ENG | HINDI

पढ़ेंगे लिखेंगे तो बनेंगे रोडपति और बहकायेंगे लोगों को तो बनेंगे करोड़पति

बाबा के कारोबार में

बाबा के कारोबार में  – युग बदला और इंसान बदल गए.

इंसान के बदलते ही इस धरती पर नौकरी के मायने बदल गए. पहले जहाँ बच्चों की पढ़ाई के लिए माता-पिता दिन रात चिंतित रहते थे, अब वही माता-पिता बच्चों को डांस शो, खेलकूद आदि में दाखिला दिलाते हैं और उसी में करियर बनाने के लिए अपने बच्चे को प्रोत्साहित करते हैं.

अब वो समय गया जब पढ़ाई के अलावा भी कुछ और किया जाए. अब पढ़ाई करने के बाद नौकरी लगती भी है तो उस नौकरी का भरोसा नहीं रहता और पैसा इतना कम मिलता है कि उससे महीने का खर्चा नहीं चलता.

ये कलयुग है और इसमें नौकरी को छोड़ो और कुछ ऐसा काम करो जिसमें लोगों को सिर्फ बहकाया जाता है. आप भी कई बार अपना मन बहलाने के लिए ऐसे लोगों के पास जाते हैं. इन पर लोगों का विश्वास बहुत होता है, लोग इनके अनुसार ही कदम बढ़ाते हैं. सबसे ज़रूरी बात कि इस धंधे में आपका एक पैसा भी खर्च नहीं होता. बड़े प्यार से लोग आपको अपनी जगह बुलाते हैं अपने खर्चे पर और सम्मान और पैसा ऊपर से देते हैं.

बड़े बड़े पढ़े लिखे बाद में इसी धंधे में आ जाते हैं. ये काम कोई और नहीं बल्कि बाबागिरी है.

बाबा के कारोबार में  आजकल बाबाओं की बात जितनी आसानी से लोग मान लेते हैं उतनी आसानी से अपने अपने माँ बाप की नहीं सुनते. ये बाबा भविष्य बताकर आपका सबकुछ लूट लेते हैं. ये लोगों की भीड़ में कुछ डरावनी बातें करते हैं कि आप बिना डरे रह ही नहीं पाएंगे. अंत में थक हारकर आप इनकी ही शरण में आसरा लेते हैं. इसके लिए किसी पढ़ाई की ज़रुरत नहीं होती. बस, किसी बड़े बाबा का पहले चेला बन जाइए और फिर कुछ साल के बाद खुद गुरु बनकर दूसरों को चेला बनाइए.

बाबा के कारोबार में काम कम और कमाई ज्यादा है. तो अब कैसा सोचना डॉक्टर, इंजिनियर बनने के लिए लाखों लगाने से बचिए और बाबा बनकर लाखों कमाइए.