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प्रधानमंत्री मोदी इस मिसाइल की सफलता पर खुश हैं तो उसके पीछे ये है बड़ी वजह

सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल

यूं तो भारत हर माह किसी न किसी मिसाइल परीक्षण करता ही रहता है.

लेकिन इस मिसाइल के सफल परीक्षण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतना क्यों खुश है इसके पीछे जरूर कोई न कोई वजह है.

आखिर क्या कारण है इस मिसाइल के परीक्षण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर तक ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को बधाई दी है.

आपको बता दे कि भारत ने जिस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है वह कोई आम मिसाइल नहीं है. बल्कि ये भारत में स्वदेश निर्मित सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल है. यानी बाकी बलस्टिक मिसाइल की विशेषता है कि वो दुश्मन के इलाके में जाकर बम गिराकर उसको तहस नहस कर सकती है.

लेकिन अगर भारत को कोई दुश्मन देश उसी प्रकार हमारे पर बलस्टिक मिसाइल से हमला करे तो हम उस स्थिति में क्या करेगें. हम अगर दुश्मन पर दस बलस्टिक मिसाइल से हमला करे तो दुश्मन भी हमारे पर अगर एक भी बलस्टिक मिसाइल से हमला कर देता है तो उस स्थिति में हमारा भी नुकसान होगा.

लेकिन इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल के तैयार हो जाने के बाद भारत दुश्मन की हमलावर बलस्टिक मिसाइल को हवा में ही मार कर उसको नष्ट कर देगा.

इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल की खासियत है कि यह दुश्मन की तरफ से कम उंचाई पर आ रही किसी भी बलस्टिक मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता रखती है. साथ ही इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल ने देश के बलिस्टिक मिसाइल रक्षा कौशल को और बढ़ा दिया है.

आपको बता दें कि एक महीने से कम समय में यह दूसरा परीक्षण है. यह बहु-स्तरीय मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने के प्रयासों का एक हिस्सा है.

भारत अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को जिस तेजी के साथ मजबूत कर रहा है उसने चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ाकर रख दी है. पाकिस्तान तो इस मिसाइल से इस कदर बौखलाया हुआ है कि वह संयुक्त राष्ट्र में भी इस मिसाइल को लेकर शोर मचा रहा है.

लेकिन ये सब जानते हैं कि इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल से जितना पाकिस्तान घबरा रहा है उससे कहीं चीन को चिंता सता रही है.

क्योंकि इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल के एक बार ओपरेशनल हो जाने के बाद चीन और पाकिस्तान के परमाणु हमले का भय काफी हद तक समाप्त हो जाएगा.