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कम उम्र में कामयाबी हासिल करने वाले लोग कुछ इस तरह से सोचते हैं!

success

ज़िन्दगी में कामयाबी कुछ ही लोगों को मिलती है|

और उनमें भी चुनिंदा कुछ एक ही होते हैं जो 20-25 साल की छोटी-सी उम्र में कमाल की सफ़लता हासिल कर जाते हैं! इसके पीछे कोई जादू, कोई जुगाड़ या कोई हेरा-फेरी नहीं होती लेकिन जीवन के कुछ मूल्य होते हैं जिनपर चलना आसान नहीं होता!

पर अगर आपने भी उन्हें अपना लिया और उन पर सच्चे मन से चल पड़े तो फिर सफ़लता से आपको कोई दूर नहीं रख सकता!

आईये बताऊँ कौन सी सोच आपको कम उम्र में कामयाबी दिलाएगी:

1) एक सपना देखिये और फिर लग जाइए

सिर्फ़ टैलेंट होना या काम करना आना काफ़ी नहीं है| ज़रुरत है एक विज़न की, कुछ हासिल करने की और एक ज़िद की कि कुछ भी करके उस विज़न को, उस सपने को पूरा करना है! फिर ख़ुद को मेहनत की भट्टी में झोंक दीजिये!

2) दर्द को हथियार बनाइये

हम सबको ठोकरें लगती हैं, गहरे ज़ख्म मिलते हैं, हज़ार परेशानियों, दिक्कतों का सामना करना पड़ता है लेकिन हीरो वही है जो हर मुसीबत को अपना हथियार बना ले! आप भी अपने दुखों से घबराओ मत बल्कि उन्हें अपना लो, उनमें से अपनी शक्ति ढूँढो और फिर चल पड़ो विश्व-विजय अभियान पर!

3) बेचो वो जो बिकता है

आप में हज़ारों हुनर होंगे लेकिन बिकता वही है जो लोग खरीदना चाहते हैं! इसलिए अपने ग्राहकों की सुनो, देखो कि आपकी ऑडियंस क्या चाहती है! फिर वही बनाओ, लेकिन अपने ही एक अलग अंदाज़ में जो कोई चुरा ना सके, और पेश कर दो उनके सामने! देखना, ज़िन्दगी भर के लिए आप के ग्राहक बन जाएँगे!

4) रचनात्मकता को ज़िंदा रखो

रोटी कमाने के चक्कर में उसे मत भूल जो आत्मा को तृप्ति दे! ज़रूरी नहीं है कि जो काम पसंद है, उसी से पैसा भी कमाने को मिलेगा| हो सकता है वैसा मौका ज़िन्दगी में देर से आये लेकिन जब आये, तब आप उसके लिए तैयार रहें, ये ज़रूरी है! इसलिए भागा-दौड़ी भरी ज़िन्दगी में कुछ लम्हे निकाल कर वो करो जो दिल को सच्ची ख़ुशी देता है!

5) उम्मीद का दामन पकड़ के रखो

कितने भी तूफ़ान आएँ, कितनी ही ठोकरें पढ़ें, कितने ज़मीन में गढ़े हुए हों आप, लेकिन उम्मीद का दामन मत छोड़ना! बल्कि सब्र रखते हुए मेहनत को दुगुना कर दो! मत सोचो कि कितनी बार फ़ेल हुए हो, ये सोचो कि अगली बार पास होना ही है! मुश्किल से मुश्किल समय सिर्फ़ इस भरोसे कट जाता है कि एक नयी सुबह ज़रूर होगी! हार ना मानने वाले लोग ही ऊँचे शिखर पर पहुँचते हैं!

6) असंभव पर करो सवाल

मत सुनो कि आज से पहले किसी ने ऐसा नहीं किया या दुनिया ऐसे नहीं चलती! जो आज तक नहीं हुआ, वही करने के लिए तुम पैदा हुए हो, ये विश्वास मन में बाँध लो! अपनी कमियों पर काम करो, समाज की बनायीं हदों को थोड़ा सा पार करो, सही तरीके से, और फिर देखो कैसे दुनिया तुम्हें कन्धों पर उठा के नाचेगी!

जीवन की लड़ाईयाँ किसी के लिए आसान नहीं हैं लेकिन आसान रास्तों पर चलकर हिमालय की ऊँचाईयाँ भी तो नापी नहीं जा सकतीं!

सोच बदलो, जीवन बदलेगा!