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बासी भोजन करने से होते हैं यह 5 बड़े नुकसान

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इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम पर वक़्त की बेहद कमी हो चुकी है.

सुबह जल्दी उठना और फिर ऑफिस के लिए हमारी एक कभी ना खत्म होने वाली रेसशुरू हो जाती है. इस भागमभाग में हमारा पास इतना भी वक़्त नहीं होता है कि एक पल रूककर खुद की हेल्थ का भी ध्यान रख लें.

हम अक्सर सुबह का बना हुआ भोजन रात को करते हैं या रात वाला सुबह खाकर ऑफिस के लिए भाग जाते हैं. लेकिन आपको शायद नहीं पता है किआपकी यह आदत आपको बीमार बना रही है. डॉक्टर और विशेषज्ञ लोग बासी भोजन के काफी नुकसान बताते हैं.

आइये एक नजर डालते हैं बासी भोजन सेहोने वाले 5 नुकसानों पर-

  1. फूड पाइजनिंग

बचा हुआ भोजन करने से सबसे बड़ा खतरा फ़ूड पाइजनिंग का ही रहता है. अक्सर ऐसा होता है कि हम जल्दी-जल्दी में भोजन कहीं भी रख देते हैं. फ्रीज में रखे भोजन पर भी बैक्टरिया का असर होता है. ये ना दिखने वाले जीवाणु बाद में हमारे पेट में जाकर फूड पाइजनिंग को जन्म देते हैं.

  1. डायरिया

घंटों फ्रीज में खाना रहने से और बाद में बार-बार भोजन को गर्म करने से उसके पौष्टिक तत्व खत्म हो जाते हैं. साथ ही ऐसा करने से बाहर के वातावरण में मौजूद जीवाणु एक्टिव हो जाते हैं जो हमारे शरीर में डायरिया को जन्म देते हैं.

  1. एसिडिटी

अगर आपको एसिडिटी रहती है तो उसका एक मुख्य कारण बचा हुआ भोजन प्रयोग करना ही होता है.

अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा बाहर भोजन भी करताहै तो उसे एसिडिटी की समस्या होती रहती है. इसके पीछे जो मुख्य कारण है वह यही है कि बासी भोजन में मौजूद बैक्टरिया पेट के बाकी भोजन को भीखराब कर देते हैं.

  1. लीवर सम्बंधित रोग

बहुत ज्यादा बासी भोजन का सीधा असर हमारे लीवर पर पड़ता है.

बचा हुआ भोजन पहले की तुलना में बहुत अधिक हैवी बताया जाता है. साथ ही साथइसमें जो जीवाणु होते हैं वह सीधे हमारे लीवर पर मार करते हैं.

  1. पेट की पाचन शक्ति खत्म

बासी भोजन को करने से सबसे बड़ा नुकसान जो डॉक्टर बताते हैं वह यही है कि इससे पेट की पाचन शक्ति खत्म हो जाती है. बचा हुआ भोजन बार-बार हवा के संपर्क में आता है और वह दूषित हवा से खराब होता रहता है. लगातार अगर इस प्रकार का भोजन किया जाये तो इससे हमारे पेट की पाचन शक्ति खत्महोने लगती है. यह एक बड़ी समस्या है जो बाद में चलकर बड़ी बिमारियों को जन्म देती हैं.

तो अब वक़्त है आपको खुद के प्रति सचेत होना जाना चाहिए. स्वास्थ्य के प्रति सावधानी रखना ही एक बेहतर उपाय साबित हो सकता है.