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“अबकी बार सोनिया सरकार” सुनकर मेरी तो जल गई.. और आपकी ?

प्रधानमंत्री

आज सुबह जब मै घर से दफ्तर के लिए निकला तो मेरे साथ हुई एक बात ने मेरा दिमाग ही ख़राब कर दिया.

चुकिं मै मुंबई में रहता हूँ तो दफ्तर जाने के लिए रोजाना लोकल ट्रेन की सेवा लेता हूँ. आज सुबह जब मैंने अंधेरी से बोरीवली जाने वाली लोकल ट्रेन ली तो मेरे बगल में बैठे सज्जन ने मेरा पूरा दिन का सत्यानाश कर दिया.

सुबह ट्रेन में माहौल बिलकुल व्यस्त था. सभी अपनी अपनी सोच में लगे हुए थे. मेरे पास बैठे सज्जन अखबार पढ़ रहे थे, अचानक ही उन्होंने मुझसे कहा कि ‘’अबकी बार सोनिया सरकार ’’

उनकी बात सुनते ही तन बदन में आग लग गई, लेकिन जाने क्यों मै उनसे कुछ कह ना सका. कुछ देर बाद जब मुझे लगा कि मै उस व्यक्ति को अपनी भावना जताऊ, तब तक उनका स्टेशन आगया और वे उतर गए.

अब मै सुबह से उस व्यक्ति के बारे में ये सोच परेशान हूँ कि वो कौन था ? क्या वो काँग्रेसी है, या भारत का जिम्मेदार नागरिक है, या वो बनारस में हुई सोनिया गांधी की रैली देख इतना भावुक हो उठा था कि अबकी बार सोनिया सरकार की बात कर रहा था.!

दरअसल मुझे लगता है कि वह व्यक्ति अखबार में काँग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी के रैली की तस्वीर देख रहा था, जहां हज़ारो की तादाद में भीड़ जुटी थी.

चुकिं आप मेरे पाठक है इसलिए अपने दिल की बात आपसे साँझा कर रहा हूँ.

मै आपसे जानना चाहता हूँ कि क्या, वाकई में मोदी सरकार अच्छा काम नहीं कर रही ?

क्या उस व्यक्ति ने सही कहा ? क्या सच में ‘अबकी बार सोनिया सरकार’ ? सोनिया गांधी की सरकार आएगी?

आजकल आए दीन MMS में कई ऐसी चीजे पढने को मिल रही है, जिनमे प्रधानमंत्री मोदी जी के कामो का हिसाब मांगा जा रहा है. उन संदेशो में श्री मोदी जी को नाकाम और झूठा प्रधानमन्त्री कहा जा रहा है. मै उन संदेशो से सहमत नहीं और मुझे यकीन है कि आप भी सहमत नहीं है. मोदी जी के प्रधानमंत्री कार्यकाल को 2 साल पुरे हो चुके है. मेरे पास 2 साल में मोदी जी द्वारा किए गए सभी कामो की कुंडली भी मौजूद है.

मै उन सभी कामो को गिनाकर, ये साबित कर सकता हूँ कि वे प्रधानमन्त्री पद के लिए इस देश के सबसे सर्वश्रेष्ट और काबिल केंडीडेट है. लेकिन आपका ज्यादा वक्त ना लेते हुए, मै आपको एक परिवार की छोटी सी सच्ची कहानी सुनाकर अपनी बात कहना चाहूँगा.

और हां, इससे ये बात भी साबित हो जाएगी कि श्री नरेन्द्र मोदी जी औरो की अपेक्षा काबिल और सच्चे प्रधानमंत्री है.

ये सच्ची कहानी एक छोटे से परिवार की है, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. अक्सर इस परिवार के घर तनख्वाह आते ही खत्म हो जाती है.

एक दीन सुबह, 22 साल का बेटा रोहन, अपने पिता रमेश से कहता है ‘’पापा आप मुझे हर महीने वादा करते हो कि कॉलेज जाने के लिए मुझे नई बाइक लेकर दोगे, लेकिन ये कह कर टाल देते हो कि अगले महीने पक्का लाऊंगा’’

पापा ने बेटे से कहा ‘’बेटा इस महीने बहोत खर्चा था, पैसे नहीं बचे, लेकिन अगले महीने पक्का नई बाइक खरीद लेंगे’’

पापा की बात सुनकर रोहन गुस्से में कॉलेज चला गया.

चुकिं नाश्ता बनने में देर हो रही थी, इसलिए रमेश ने टीवी चालु की और न्यूज़ चैनल देखना शुरू कर दिया. न्यूज़ चैनल पर देश में चीजो की बढ़ती महंगाई की न्यूज़ आ रही थी, रमेश ने न्यूज़ देखते ही तुरंत प्रधानमंत्री को कोसना शुरू कर दिया. मोदी जी को कोसते हुए रमेश ने कहा कि ‘’हमें मोदी को वोट ही नहीं देना चाहिए था. प्रधानमंत्री बने मोदी को पुरे 2 साल हो गए है, लेकिन महंगाई देखो कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है. मोदी ने अपना एक भी वादा अभी तक नहीं निभाया. मैंने बहोत बड़ी गलती कर दी, मोदी को वोट देकर…’’

अपने बेटे की डिमांड पुरी न कर पाने का पूरा गुस्सा रमेश ने मोदी जी पर उतार दिया.

रमेश की महीने की आय कम ज़रूर थी, लेकिन ईश्वर ने उसे एक समझदार बीवी दी थी.

रमेश की बात सुनते ही, पत्नी सुरेखा रमेश पर झल्लाते हुए बोल पडी : – ‘’जब आपको अपने एक बेटे की ज़रूरत पुरी करने में महीनो लग गए, तो ज़रा सोचिए ! देश की 125 करोड़ की आबादी की ज़रूरते पुरी करने में कुछ साल तो लगते ही है, मोदी जी को प्रधानमंत्री बने अभी 2 साल ही हुए है, ज़रा सबर रखिए…’’

सुरेखा की समझदारी वाली इस छोटी सी कहानी ने वो लाखो की बात कह दी, जिसे समझा पाना मुश्किल है.

अब ज्यादा क्या लिखे आप खुद ही समझदार है.

जय हिन्द !