ENG | HINDI

राजस्थान के गावों में रात में कोई अनजान शख्स काट रहा है लड़कियों के बाल!

लड़कियों के बाल

लड़कियों के बाल – हमारे देश में लगभग हर साल कई तरह की अफवाहें फैलती रहती है।

खासकर ग्रामीण इलाकों में कई तरह की अफवाहें लोगों के द्वारा आये दिन देखने सुनने को मिलती है। आज हम आपको ऐसी ही एक घटना के बारे में बताने जा रहे है जो पिछले कुछ दिनों से राजस्थान के गावों में घट रही है। दरअसल यहाँ पर पिछले कुछ दिनों से बताया जा रहा है कि रात के अंधेरे का फायदा उठा कर कोई महिलाओं के सिर के बाल काट रहा है।

इसके साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि इन कटे हुए बालों का इस्तेमाल भूत-प्रेत अनुष्ठानों के लिए किया जाएगा।

हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक इस तरह की अफवाहें इतनी फ़ैल चुकी है कि खुद पुलिस और प्रशासन को सामने आ कर मामले की छानबीन करनी पड़ रही है। वहीं जोधपुर के फलोदी गाँव के रहने वाले बाबुराम मेघवाल का कहना है कि वो रात के समय अपने घर में सो रहे थे कि किसी ने उनकी 13 की बेटी के बालों को काट लिया। बाबुराम मेघवाल ने आगे बताया कि इस मामले में किसी बाहरी ताकत का हाथ है, क्योंकि जब ये घटना घटी तब हम सब सो रहे थे और घर का दरवाजा भी बंद था।

एक ऐसा ही दूसरा मामला है जिसमें बताया जा रहा है कि ताराचंद नाम के शख्स की बेटी के साथ भी ऐसा ही हुआ।

उनका कहना है कि हम सब टीवी देख रहे थे कि कूलर में से बदबू आई और हम सब बेहोश हो गए। और जब उठे तो हमने देखा कि हमारी 14 साल की बेटी के बाल किसी ने काट लिए है। उन्होंने आगे बताया कि इस हादसे में हम लोग इतने डर गए कि हमने घर में शांति के लिए पूजा-पाठ भी करवाई।

वहीं इस मामले में स्थानीय पुलिस के मुताबिक बताया जा रहा है कि एक ही रात में इस तरह के करीब 12 मामले सामने आये है। जहाँ किसी गुप्त शख्स द्वारा लड़कियों के बाल काटे गए है।

इसके अलावा पुलिस को राजस्थान के ही बिकानेर के बज्जू, बंगरसर और मानकसर से भी इस तरह की शिकायतें मिल रही है।

इस पूरे मामले में जोधपुर के एसपी रवि का कहना है कि हम इस मामले की जाँच कर रहे है। इस तरह के ज्यादातर मामले ऐसी जगहों पर देखने को मिल रहे है जहाँ का साक्षरता दर पहले ही बहुत कम है। उन्होंने आगे बताया कि हम गाँव में पुलिस का पहरा लगाने के साथ ही लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे है कि ये सब कुछ सिर्फ अफवाहें ही है।

आपको बता दें कि इस तरह का ये लड़कियों के बाल काटने का पहला मामला नहीं है जो ग्रामीण क्षेत्रों में सुनने को मिल रहा है।

इस तरह की पहले भी कई अफवाहें उड़ चुकी है।