5. कौआ-
मान्यता हैं कि काकभाशुनडी को एक ऋषि के श्राप के चलते अपना पूरा जीवन एक काग के रूप में व्यतीत करना पड़ा था. वाल्मीकि से पहले रामायण की समस्त जानकारी काकभाशुनडी को ही थी जिसे हनुमान ने जानकर सम्पूर्ण रामायण वाल्मीकि से पहले लिख कर समुद्र में फेक दी थी.
सभी मान्यताओं के अलावा उस काल की यह बात अच्छी थी इंसान और जानवर सभी एक साथ मिल कर रहते थे.

