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कैसे सोशल नेटवर्क बन गया है सेक्सुअल नेटवर्क?

सेक्सुअल नेटवर्क

सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का सबसे अहम् हिस्सा बन चूका है ।

लोग सुबह उठने से लेकर सोने तक सोशल मीडिया से चिपके रहते है।

वैसे तो सोशल मीडिया हमारे लिए जरुरी भी है ताकि हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से जुड़े रह सके।

देखा जाये तो सोशल मीडिया के ज़रिए आज सारी दुनिया एक सूत्र में बंध गई है। आज कोई किसी के लिए अनजान नहीं रह गया है। सोशल मीडिया ने लोगों के लिए नए मौक़े मुहैया कराये हैं। कई लिहाज़ से अर्थव्यवस्था सोशल मीडिया पर आधारित हो गई है। वही सोशल मीडिया न सिर्फ हमारी जिन्दगी को प्रभावित कर रहा है बल्कि हमारी पर्सनल लाइफ में पूरी तरह से सोशल मीडिया इफ़ेक्ट देखा जा रहा है।

आप भी जाने कि कैसे आज सोशल नेटवर्क एक सेक्सुअल नेटवर्क में बदल गया है-

सेक्सुअल नेटवर्क –

सोशल मीडिया पर आजकल सब बिकता है-

बहुत से लोगों का कारोबार सोशल मीडिया के सहारे ही चल रहा है। यहां सिर्फ़ सामान ही नहीं बिकता है बल्कि सेक्स भी ख़रीदा और बेचा जाता है। सेक्स वर्कर की नई नस्ल सोशल मीडिया पर अपनी दुकान सजा रही है और is नेटवर्क को सेक्सुअल नेटवर्क बना रही है । उनके ग्राहक उनके जिस्म से ज़्यादा उनकी ज़िंदगी में दिलचस्पी रखने लगे हैं।

मिसाल के तौर पर कोर्टाना ब्लू को ही लीजिए। ब्लू ने सोशल मीडिया पर स्नैपचैट के ज़रिए क़रीब एक हज़ार लोगों को अपने साथ जोड़ लिया है। उनके चाहने वाले इस स्नैपचैट के ज़रिए उनसे बातें कर सकते हैं। जो दिल चाहे वो करने के लिए कह सकते हैं।

इस नए तरह के कारोबार ने रिसर्च करने वालों को ये जानने के लिए मजबूर कर दिया कि सोशल मीडिया के ज़रिए कैसे लोगों से मिलने जुलने का हमारा अंदाज़ बदलने लगा है।

सोशल मिडिया का प्रभाव-

रिसर्चर टीला सैंडर्स का कहना है कि अगर गहराई से देखा जाए तो पता चलता है कि सेक्स का कारोबार हमारे रिश्तों को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रहा हैं। यही नहीं सोशल मीडिया उन रिश्तों को भी प्रभावित कर रहा है जिनका लोगों के साथ सीधा रिश्ता है भी और नहीं भी। जैसे कि किम कर्दाशियान और टेलर स्विफ्ट जैसे बड़े सितारों के चाहने वालों की फ़ौज है। इंस्टाग्राम के ज़रिए तमाम जानकारियां मिलती रहती हैं। लेकिन स्नैपचैट जैसी एप सिर्फ़ दो लोगों के दरमियान बातचीत का रास्ता मुहैया कराती हैं। इससे वो रिश्ता एक पर्शनल रिश्ता बनने लगता है।

वेबकेम के जरिये की जाती है सारी हदे पार

ज़माना बदला है तो सेक्स वर्करों के धंधे का मिज़ाज भी बदल गया है। सीधे शारीरिक संबंध बनाने से लेकर वेबकैम के ज़रिए संबंध बनाने के लिए अलग-अलग क़ीमत वसूली जाने लगी है। रिसर्चर सैंडर्स पिछले 15 सालों से सेक्स वर्कर्स की ज़िंदगी पर पड़ताल कर रही हैं। उनका कहना है कि बहुत सी सेक्स वर्कर फ़ोन, चैट और वेबकैम के ज़रिए अपना धंधा चला रही हैं।

इंसान की बहुत सी बुनियादी ज़रूरतों के साथ साथ सेक्स भी एक ज़रूरत है। किसी को इसकी ज़रूत बहुत ज़्यादा होती है, तो किसी को कम। और कुछ लोग शौक़ीन मिज़ाज भी होते हैं, ऐसे लोगों की ज़रूरतों ने ही सेक्स के कारोबार को इतनी बुलंदियों तक पहुंचाया दिया है कि आज ये दुनिया का सबसे ज़्यादा मुनाफ़े वाला कारोबार बन गया है। इसे करने के बहुत से नायाब तरीक़े भी आ गए हैं।

1990 में शुरूआत हो चुकी थी-

1990 में ‘लाइव’ साइबर सेक्स शो का चलन शुरू हुआ। ये प्री-रिकॉर्डिड पोर्नोग्राफ़ी से अलग होता था। इसमें दर्शक और कलाकार के बीच थोड़ी देर के लिए आमना-सामना हो जाता था। प्रोफ़ेसर सैंडर्स कहती हैं ज़रूरतमंद लोगों के लिए ऐसा करना आसान होता है। उनके मन में ये बोझ नहीं रहता कि उन्होंने कुछ ग़लत किया है। इस तरह वो अपने पर्सनल रिश्तों को भी बचा ले जाते हैं और सेक्स की अपनी मनोवैज्ञानिक भूख को भी शांत कर लेते हैं।

स्नैपचैट है सबसे आसान तरीका-

टेक्नालॉजी ने वेश्यावृत्ति के पेशे में एक नई उम्मीद को जन्म दिया हैं। बड़ी बड़ी कंपनियां इस कारोबार को संभालने के लिए आगे रही हैं। जो कोई इस कारोबार में काम करना चाहता है उसे पूरी सुविधाएं दी जाती हैं। बाक़ायकदा क़रार होता है।पिछले कुछ सालों में स्नैपचैट का इस्तेमाल ख़ूब बढ़ा है। स्नैपचैट की मूल कंपनी ‘स्नैप’ के मुताबिक़ कंपनी 25 अरब डॉलर का कारोबार कर रही है। क़रीब 15 करोड़ लोग हर रोज़ स्नैपचैट पर बात चीत करते हैं।

हालांकि स्नैपचैट इसके कारोबारी इस्तेमाल की इजाज़त नहीं देता। उसकी अपनी कुछ गाइडलाइंस हैं। उन गाइड लाइन का उल्लंघन करने की इजाज़त किसी को नहीं है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसका अकाउंट बंद कर दिया जाता है।

किस तरह से एक सोशल मिडिया का प्लेटफार्म सेक्सुअल नेटवर्क में बदल चुका है। जिससे आये दिन सायबर क्राइम के मामले सामने आ रहे है, ऐसे में सोशल मिडिया का यूज़ करते समय अपनी प्रायवेसी का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

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