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दुनिया का एक देश जिसे सिकंदर भी कभी नही जीत पाया !

विश्वविजेता सिकंदर

विश्वविजेता सिकंदर – हम सभी ने सिकंदर या अंग्रेजी में Alexander The Great के बारे में बहुत कुछ पढा और सुना है लेकिन क्या आप ये जानते हैं की विश्वविजेता के नाम से पहचाना जाने वाला सिकंदर दुनिया के सभी देशों पर राज करने के बाद भी एक देश को कभी नहीं जीत पाया था.

जी हाँ और वह और कोई नहीं हमारा देश भारत था.

कहा जाता है जब सिकंदर विश्वविजेता का सपना लेकर दुनिया में अपना ध्वज लहरा रहा था, तब उसने भारत के बारे में सुना और जाना कि किस तरह भारत में अनमोल रत्न पाए जाते हैं और यहाँ की खूबसूरती से आकर्षित हो कर उसने भारत के ऊपर आक्रमण कर दिया था.

लेकिन उसका भारत पर राज करने का सपना, सपना ही रह गया.

विश्वविजेता सिकंदर

सिकंदर 356 ईपू से 323 ईपू तक मकदुनिया का ग्रीक प्रशासक था. वह एलेक्जेंडर मेसेडोनियन और एलेक्जेंडर तृतीयके नाम से भी जाना जाता था. सिकंदर को इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा और कुशल सेनापति माना गया है. ग्रीक शासकों को जिन-जिन भूमि और देशों की जानकारी थी वहाँ-वहाँ सिकंदर ने विजय हासिल कर अपना ध्वज लहराया था. यही कारण है कि उसे विश्वविजेता के नाम से भी जाना जाता है. सिकंदर ने अपने शासन में इरान, सीरिया, मिस्र, मसोपोटेमिया, फिनीशिया, जुदेआ, गाझा, बॅक्ट्रियाऔर पंजाब (भारत) का कुछ हिस्सेपर विजय हासिल की थी.

विश्वविजेता सिकंदर

बताया जाता है कि विश्वविजेता सिकंदर ने भारत में भी अपना शिकंजा जमाने की कोशिश की थी लेकिन पंजाब के राजा पुरूवास या राजा पोरस ने सिकंदर को मात दे दी. विश्वविजेता सिकंदर ने भारत में अपनी विजय हासिल करने के लिए सिंध प्रांत पर आक्रमण किया जो कि शायद उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई. उस समय सिंध प्रांत यान आज के पंजाब के राजा थे पोरुवास. पोरस भारत में जन्मे इतिहास के बहुत बड़े योद्धा थे. जिन्होंने आज तक कभी कोई युद्ध नहीं हारा था. राजा पोरसपोरवा राजवंश के वंशज थे, जिनका साम्राज्य पंजाब में झेलम और चिनाब नदियों के बीच था.

विश्वविजेता सिकंदर

जब विश्वविजेता सिकंदर महान ने भारत पर आक्रमण किया तो उसे राजा पोरस का सामना करना पड़ा जिनकी सेना सिकंदर महान की सेना से 40 गुना ज्यादा बड़ी थी. सिकंदर महान और राजा पोरस के बीच घमासान युद्ध छिड़ा जिसमें पहले तो सिकंदर ने पंजाब के कुछ हिस्सों पर विजय हासिल कर ली लेकिन अंत में चिनाब नदी तक पहुंचते-पहुंचते राजा पोरस ने सिकंदर महान और उसकी सेना को मात दे दी. इसी के साथ सिकंदर का भारत पर विजयी प्राप्त करने का सपना भी टूट गया.

विश्वविजेता सिकंदर को पोरस से युद्ध हारने के बाद वापिस अपने देश ग्रीस लौटना पड़ा. कुछ इतिहासकार बताते हैं की सिकंदर का भारत पर आक्रमण करने का मुख्य कारण भारत में अमृत की खोज करना था जबकि कुछ का कहना है सिकंदर की सेना पहले ही दिन बेहद कमजोर और आतंकित हो चूकी थी. भारतीय सेना में सिपाहियों तक के पास हाथी होने के कारण उन तक कोई नहीं पहुंच सकता था तो राजा तक तो पहुंचा बहुत दूर की बात. वही दूसरी ओर अपने हठ के कारण सिकंदर अपनी सेना का बचा हुआ टूकडा लेकर युद्ध भूमि में घुस गया, वहाँ राजा पोरस के भाई अमर पोरुवास ने सिकंदर के घोड़े को गिरा दिया जिसके बाद सिकंदर ने जब सिर उठा कर देखा तो राजा पोरस अपनी तलवार लिए खड़े थे. लेकिन राजा पोरस ने निहते पर वार करना उचित नहीं समझा और तभी सिकंदर की सेना उसे वहाँ से भाग खडी हुई.

सिकंदर ने अपनी जींदगी की पहली और आखिरी हार का सामना किया. विश्वविजेता सिकंदर महान को अपनी इस हार की चोट इस तरह लगी थी कि उन्होंने अपने देश लौटते रास्ते में ही दम तोड़ दिया.