ENG | HINDI

धोका देने वाले पार्टनर को क्या एक मौका देना चाहिए ?

धोका देने वाले पार्टनर

जीवन में अक्सर हमसे ग़लतियां हो जाती हैं.

हमारे अपने उन ग़लतियों को माफ़ भी कर देते हैं, लेकिन पार्टनर के एक बार चीट करने की ग़लती को बहुत से लोग माफ़ नहीं कर पाते. वो उस घटना को भुला नहीं पाते.

सवाल ये उठता है कि क्या धोका देने वाले पार्टनर को माफ़ करना चाहिए  – एक बार चीटिंग के बाद उस ग़लती को माफ़ करके पार्टनर को फिर से अपनाया जा सकता है, क्या उसे दोबारा एक मौक़ा देना चाहिए, इसी सवाल का जवाब पाने के लिए हमने कई लोगों से बात की.

कानपुर की रोहिणी का कहना का है कि जीवन की किसी भी ग़लती को माफ़ करना आसान होता है, लेकिन जब पार्टनर धोका देता है, तो उसके प्रति विश्वास ख़त्म हो जाता है. दोबारा उस पर विश्वास करने को मन नहीं करता. धोका देने वाले पार्टनर पर फिरसे विश्वास नहीं कर सकते.

शिमला की इंदु कहती हैं कि उनके साथ भी कुछ इसी तरह का हुआ.

घर वालों की मर्ज़ी से उन्होंने शादी कर ली, लेकिन बाद में पता चला कि पार्टनर ने जानबूझकर लालच में वो शादी की थी. ऐसे में इंदु इस शादी को नहीं निभा पाईं. घरवालों के कहने और पार्टनर के माफ़ी मांगने के बाद भी इंदु के मन में ये भर गया कि उनका साथी उनके लिए लॉयल नहीं है औऱ न ही कभी हो सकता है. उसने धोका देने वाले पार्टनर को माफ़ नहीं किया.

पुणे से डॉक्टरेट की पढ़ाई करने वाली पूजा का कहना भी कुछ ऐसा ही है. पढ़ाई के बीच में घर वालों के कहने पर उन्होंने किसी लड़के से सगाई तो कर ली, लेकिन बाद में पता चला कि वो लड़का सगाई के बाद किसी दूसरी लड़की को डेट कर रहा है. पूजा ने सगाई तोड़ दी. पूजा पार्टनर को माफ़ नहीं कर पाईं. पूजा कहती हैं कि इतनी छोटी सी बात में भटक सकता है वो लाइफ लॉन्ग साथ नहीं दे सकता.

लड़कियों के अलावा हमने ये सवाल लड़कों से भी पूछा. इस पर उनकी अलग-अलग राय सामने आई. मुंबई के कॉलेज के फाइनल ईयर के स्टूडेंट वीर का कहना है कि लाइफ में ये होता रहता है. धोका देने वाले पार्टनर के एक बार धोका करने पर उसे दोबारा एक मौक़ा ज़रूर देना चाहिए.

इसी तरह धनुष ने भी कहा कि हो सकता है कि लाइफ में एक बार किसी के क़दम बहक जाएं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि उसे माफ़ न किया जाए. दोबारा मौक़ा ज़रूर देना चाहिए.

ये  लोगों की राय के आधार पर लिखा गया है.

अब आप ख़ुद अपनी राय दीजिए कि आपको क्या करना है. क्या आपको पार्टनर को एक मौक़ा देना है या फिर अपनी राहें उनसे जुदा कर लेनी हैं.

निर्णय आपका होगा, क्योंकि ये जीवन आपका है.