ENG | HINDI

क्रिकेट के भगवान, सचिन तेंदुलकर से छीन लिया जाएगा भारत रत्न!

sachin-tendulkar-receives-bharat-ratna

सचिन तेंदुलकर को जब 2013 में भारत रत्न का सम्मान मिला तो कई सवाल उठे.

उन सवालों में से एक था “क्या सचिन तेंदुलकर वाकई में भारत रत्न के योग्य हैं?”.

सचिन तेंदुलकर ऐसे पहले शख्स थे जिन्हें खेल के क्षेत्र में भारत रत्न का अवार्ड दिया गया और 2013 वह पहला साल था जब भारत रत्न में एक और श्रेणी जोड़ी गई थी और वह थी खेल की.

और इस श्रेणी में दिए गए भारत रत्न के पहले हक़दार बने हम सबके प्यारे, महान सचिन तेंदुलकर!

लेकिन क्या सरकार को पता नहीं था कि अगर वह खेल की श्रेणी में पहली किसीको भारत रत्न का सम्मान देना चाहती है तो उसका कर्तव्य बनता है कि खेल की श्रेणी में पहले भारत रत्न के हक़दार हैं ध्यानचंद, जिन्होंने अपनी हॉकी स्टिक से वह जादू किया जो कोई और खिलाड़ी करने की सोच ही नहीं सकता. कई लोगों का यह तक मानना है कि मेजर ध्यानचंद, भारतीय खेल इतिहास के सबसे महान खिलाड़ी थे.

इस सब से यही सवाल उठता है कि, फिर सरकार ने इतने महान खिलाड़ी को भारत रत्न न देकर सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित क्यों किया?

इसमें कोई शक नहीं कि सचिन एक महान खिलाड़ी हैं और उन्होंने दुनिया भर में भारत के नाम को क्रिकेट के ज़रिये एक नई पहचान दी है लेकिन मेजर ध्यानचंद की बराबरी तो सचिन भी क्या कोई खिलाड़ी नहीं कर सकता.

अभी हाली में मध्य प्रदेश की हाई कोर्ट ने सचिन तेंदुलकर के खिलाफ एक पेटिशन जारी किया जिसमें उनके खिलाफ शिकायत थी कि वे भारत रत्न का दुरूपयोग, TV विज्ञापनों के लिए कर रहे हैं.

अब मैं यह नहीं पता कर पा रहा हूँ कि इस बात में कितना दम है.

एक हद तक मध्य प्रदेश हाई कोर्ट सही भी है.

सचिन आज के समय में 12 ब्रांडों के विज्ञापन कर रहे हैं और उन सभी विज्ञापनों से ढेर सारे पैसे भी कमा रहे हैं.

ऐसे में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इमरान खान और सचिन की बराबरी करना बिलकुल गलत नहीं होगा.

इमरान खान ने $700 मिलियन कैंसर के अस्पतालों के दान किये और उनका खुदका कैंसर अस्पताल भी है. सचिन ने अपनी ज़िन्दगी में ऐसा क्या किया है कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित कर दिया गया?

अगर इस सवाल का कोई जवाब है तो कृपया मुझे बताइये.

आप को क्या लगता है? क्या सचिन तेंदुलकर वाकई में भारत रत्न के योग्य हक़दार हैं?

नीचे कमेंट करके हमें अपना जवाब दीजिये!