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“अच्छा हुआ मर गए साले भारत के 18 जवान” – ये कहने वाले नेता का आॅडियों टेप सुनकर आप दंग रह जाएंगे

शिव नारायण यादव

दिन ब दिन लंबी होती जा रही नेताओं की जुबान पर अब लगाम नहीं बल्कि इस बीमारी का ठोस निदान करने का वक्त आ गया है.

उरी में आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए सेना के 18 जवानों को लेकर देश भर में आक्रोश का लावा धधक रहा है तो वहीं दूसरी ओर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव की पार्टी के मीडिया प्रभारी शिव नारायण यादव की बदजुबानी रूकने का नाम ही नहीं ले रही है.

अभी कुछ दिन पहले शिव नारायण यादव अपनी फेसबुक वाल पर ऐसी शमनार्क हरकत की कि पूरा देश उनकी पोस्ट पढ़कर सन्न रह गया था.

अब उनका एक कथित आॅडियों सामने आया है जिसमें वे उरी आतंकी हमले में शहीद जवानों की देशभक्ति पर ही सवाल खड़ा कर रहें हैं।
शिव नारायण यादव ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखे एक विवादित लेख में कहा है कि उरी में मारे गए सैनिक घूस देकर आर्मी में भर्ती हुए थे.

अच्छा हुआ साले मारे गए.इस बात पर इतनी हाय तौबा क्यों? ये भारत माता के लिए बोझ बने हुए थे.आतंकवादियों ने सही किया जो इन्हें मार दिया।

सुनिए ऑडियो –

आरजेडी के मीडिया प्रभारी शिव नारायण यादव ने जहां देश के वीर सपूतों की शहादत का सरेआम मजाक बनाया वहीं उनकी पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने आज तक देश से माफी नहीं मांगी है. हैरत की बात तो यह है कि आज भी लालू प्रसाद यादव और शिव नारायण यादव को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है.

जब एक पत्रकार ने शिव नारायण से उनके ऐसा कहने का कारण पूछा तो वे पूरी बेशर्मी अपनी बात को सही साबित करने पर तुले रहे. इतना ही नहीं आजादी से अभी तक देश के लिए शहीद होने वाले सभी सैनिकों को उन्होंने एक प्रकार से गद्दार कह दिया.

लेकिन सबसे अधिक हैरानी की बात यह है कि देश में इसके विरूद्ध जो एक सशक्त आवाज उठनी चाहिए थी वह नहीं उठी.जो नेता और लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उरी के हमलावरों को सबक न सिखाने के लिए दिन रात ताने मारने से बाज नहीं आ रहे हैं वे सब इस घटना को लेकर चुप हैं.

लालू यादव की पार्टी से लेकर केजरीवाल और राहुल गांधी तक ने इस घटना को लेकर अभी तक कोई ऐसा बयान नहीं दिया, जिससे देश को लगे कि वाकई सभी राजनीतिक दल देश के दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए एकजुट है क्योंकि दुश्मन सीमा के उसपार ही नहीं है बल्कि सीमा के इसपार भी हैं जो देश के जवानों की शहादत का मजाक बनाकर सेना को मनोवैज्ञानिक रूप से कमजोर करने पर तुले हैं.

जहां देश के जवान भारत मां की हिफाजत में अपनी जान कुर्बान कर रहे हैं वहीं, देश में कुछ शिव नारायण यादव जैसे अराजक नेता ऐसे भी हैं जो उनकी शहादत पर ऐसे समय में सवाल उठा रहे हैं जब देश युद्ध के मुहाने पर खड़ा है.