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माँ की डांट से दुखी होकर जब सुसाइड करने चली थी शबाना आज़मी

शबाना आज़मी

शबाना आज़मी – बॉलीवुड आर्ट फिल्मों से लेकर मसाला फिल्मों तक अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली शबाना आज़मी देखने में भले ही बहुत खूबसूरत न हों, मगर उनके टैलेंट को इंडस्ट्री ने पहचाना और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला.

पहली फिल्म अकुंर के बाद 1983 से 1985 तक लगातार तीन सालों तक उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला. मगर क्या आप जानते हैं कि इतनी कामयाबी पाने वाली इस अभिनेत्री ने बचपन में दो बार सुसाइड की कोशिश की थी.

शबाना आज़मी की ज़िंदगी से जुड़े इस राज़ का खुलासा उनकी मां शौकत आज़मी की ऑटोबायोग्राफी ‘कैफ एंड आई मेमॉयर’ में किया गया है.

शबाना आजमी की मां शौकत भी एक एक्ट्रेस रह चुकी हैं. उन्होंने ‘उमराव जान’ और ‘सलाम बॉम्बे’ जैसी फिल्मों में काम किया है. शौकात ने ऑटोबायोग्राफी में बताया है कि शबाना आज़मी को हमेशा लगता था कि मैं उससे ज्यादा उसके भाई को प्यार करती हूं. शौकत बताती हैं कि एक बार शबाना का छोटा भाई बाबा स्कूल के लिए लेट हो रहा था तो मैंने शबाना का टोस्ट उसे दे दिया था. इसके बाद शबाना बाथरूम में रोने चली गई और स्कूल जाने के बाद सहेलियों को बताया कि उसकी मां उसे प्यार नहीं करती है. उसने गुस्से में स्कूल में नीला थोथा (कॉपर सल्फेट) खा लिया था.

शौकत बताती हैं कि एक बार उन्होंने शबाना आज़मी को डांटते हुए घर से बाहर निकल जाने को कहा जिसके बाद शबाना ट्रेन के आगे आने की कोशिश की. उस समय चौकीदार ने सही समय पर आकर शबाना की जान बचा ली थी. यानी बचपन में शबाना की सोच अपनी मां के प्रति वही थी जो आमतौर पर उन लड़कियों की होती है जिन्हें हमेशा ये महसूस होता है कि घर में उनसे ज़्यादा बेटों का प्यार किया जाता है.

खैर शबाना आज़मी के साथ ऐसा कुछ था नहीं, वो तो बस उनका बचपना था. उन्होंने जो चाहा वो किया करियर से लेकर पर्सनल लाइफ तक. शादी भी उन्होंने अपनी मर्जी से ही की.