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इस वजह से सौरव गांगुली को भज्जी से मांगनी पड़ी थी माफी !

कप्तान सौरव गांगुली

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को देश का हर आम नागरिक और क्रिकेट फैन जानता है. सौरव गांगुली का सम्‍मान दुनिया का हर क्रिकेटर करता है और उन्हें एक बेहतरीन कप्तान भी माना जाता है.

शेरे बंग्ला कप्तान सौरव गांगुली को प्यार से लोग दादा कह कर बुलाते हैं, लेकिन कुछ समय पहले इसी शेर को क्रिकेट की दुनिया के गेंदबाज हरभजन सिन्ह से माफी मांगनी पड़ी थी. एक समय पर जिसके अंडर हरभजन खेला करते थे उसी कप्तान को उनके आगे क्यों झुकना पड़ गया?

दरअसल, यह माफी दादा ने सारी दुनिया के आगे सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के ज़रिए मांगी है. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि आखिर दादा को भज्जी से भला क्यूं माफी मांगनी पडी? तो आइए आपको बताते हैं इसके पीछे की पूरी वजह –

दरअसल, कुछ ऐसा हुआ कि हमारे प्यारे दादा कप्तान सौरव गांगुली से एक छोटी सी गलती हो गई थी और बाद में जब उन्हें अपनी इस गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने सबके सामने सोशल मीडिया पर खिलाडी रहे भज्जी यानी हरभजन सिन्ह से तुरंत माफी मांग ली.

अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर दादा की वो छोटी गलती थी क्या तो आइए आपको बताते हैं.

आपको याद दिला देंकि भज्जी ने कुछ समय पहलेअपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी एक तस्वीर पोस्ट की थी. अगर आपको वह तस्वीर याद नहीं तो ऊपर उस तस्‍वीर को एक बार फिर देख लें.

यह तस्वीर उस समय की है जब भज्जी अपने परिवार के साथ गोल्डन टैंपल गए थे. भज्जी ने उस समय गोल्डन टैंपल में एंट्री लेते समय अपने परिवार के साथ यह तस्वीर खींची थी. आपको बता देंकि यह तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल भी हुई थी. इस तस्वीर के साथ भज्जी ने एक कैप्‍शन भी डाला था जिसमें उन्होंने लिखा था कि “सतनाम श्री वाहेगुरु जी, हे मालिक, सभी को खुश और स्वस्थ रखना”.

इसी तस्वीर पर इंडिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दादा यानि सौरव गांगुली ने कमेंट करते हुए लिखा था कि “आपका बेटा बहुत प्यारा है, बहुत प्यार देना इसे”. इस कमेंट को पढ़ते ही बहुत से लोगों ने दादा का ट्रोल भी किया और उन्हे बताया कि यह भज्जी का बेटा नहीं बल्कि उनकी बेटी है. जैसे ही दादा को इस बात का पता चला और अपनी गलती का एहसास हुआ उन्होंने तुरंत अपना पुराना कमेंट डिलीट कर हरभजन से माफी मांगते हुए लिखा कि “ माफ करना मुझसे गलती हो गई बेटी बहुत सुंदर है, बहुत प्यार देना, अब उम्र हो गई है”.

आपको बता दें कि कप्तान सौरव गांगुली ही वो कप्तान हैं जिसकी कमान के अंदर हरभजन ने अपना करियर बनाया था. यहां तक कि 2001 में हरभजन के द्वारा टेस्ट मैच जीतने पर सौरव ने ही हरभजन को टर्बनेटर का नाम दिया था और बाद में भज्जी को इसी नाम से जाना जाने लगा.