ENG | HINDI

देश की सबसे अमीर महिला भिखारी जानकर आप भी दंग रह जाएंगे

आप अक्सर मीडिया में यह खबर पढ़तें होंगे कि ये उद्योगपति देश का सबसे अमीर व्यक्ति है.

लेकिन अगर आप को ये बताया जाए कि ये महिला देश की सबसे अमीर भिखारी है तो आप कहेंगे भिखारी और अमीर. क्या मजाक है.

ये मजाक नहीं बल्कि हकीकत है.

पटना की सर्वतिया देवी देश की सबसे मशहूर भिखारियों में से एक है. मशहूर इसलिए नहीं कि भीख मांगती है बल्कि इसलिए कि वह बिहार ही नहीं देश की अभी तक ज्ञात सबसे अमीर भिखारी है.

सर्वतिया देवी

सर्वतिया देवी के नाम के साथ भिखारी शब्द सुनकर ये मत समझना कि इसको कुछ नहीं मालूम. सर्वतिया देवी भले ही भीख मांगती हो लेकिन उसकी समझदारी और दूरदर्शिता की हर कोई दाद देता है.

आप भी जानकर ताज्जुब करेंगे कि यह महिला भिखारिन हर साल अपने बीमा की 36000 रुपये की किस्त भी भरती हैं. यानी इसको मालूम है कि कल यदि उसको भीख मिलने में कोई कठिनाई आई तो बीमा की रकम से वह अपना बुढ़ापा आसानी से काट सकेगी.

यही नही, भविष्य में रहने के लिए कोई कठिनाई नहीं हो इसक इंतजाम भी उसने अभी से किया है. उसका पटना में एक अच्छा खासा घर भी है. आपको बता दें कि ट्रेन में भीख मांगने वाली सर्वतिया देवी के पास लगभग 10 लाख की संपत्ति भी है.

इसी प्रकार एक सर्वतिया देवी की तरह एक ओर महिला भिखारी है जो पैसे को लेकर ही चर्चा में आई. उसका नाम हैं रमा बाई. राम बाई वैसे तो एक बूढ़ी औरत है, जो सड़कों पर ही रहती है. लेकिन पैसे की उसके पास भी कोई कमी नहीं है.

राम बाई उस वक्त सुर्खियों में आई, जब एक चोर उनका बैग चुरा कर भाग गया, और जब पुलिस ने उस चोर को पकड़ा और बैग को खोलकर देखा तो सभी हैरान रह गए.

दरअसल उस बैग में 18 हजार के सिक्के थे, जिससे पता चलता है कि वह भीख मांगकर काफी पैसा कमाती है.

इसलिए अगर आप भिखारी को भिखारी ही समझते हैं तो इस खबर को पढ़नें के बाद आपने नजरिए में थोड़ा बदलाव कर लीजिए क्योंकि इसके आगे हम जो आपको बताने जा रहे हैं वह खबर आपको सोचने पर मजबूर कर देगी.

सर्वतिया देवी और रमा बाई की ही तरह एक और भिखारी हैं. उसका नाम है भरत जैन. बताया जाता है कि मुंबई का यह भिखारी देश का सबसे अमीर भिखारी है. जो हर महीने भीख मांगकर कम से कम 75 हजार रुपये जाम कर लेता है.

इसके ठाठ तो और भी ज्यादा है. भरत जैन 80 लाख रुपये का निजी फ्लैट में रहता है. इसकी खुद की दुकान है पर यह वहां बैठकर कोई काम करने के बजाए आज भी भीख के घंधे में लगा हुआ है और खुद की दुकान का किराए पर उठाकर उससे हर महीने किराया वसूलता है.

आप को बतादें कि इस देश में आज भी ऐसे लोग हैं जो पूरे दिन 12-14 घंटे मेहनत करने के बाद भी महीने में 2000- 2500 रुपये नहीं कमा पाते हैं वहीं यह भिखारी बगैर कुछ किए रोजाना महज 8 से 10 घंटे के भीतर 2000-2500 रुपये जुटा लेता है.

इसलिए जितना जल्दी हो सके भिखारियों को लेकर अपनी धारण बदल लीजिए.