ENG | HINDI

उत्तर प्रदेश में यंगिस्थान का सर्वे सही- पढ़िए उत्तर प्रदेश में कैसे जनता ने तोड़ा है 32 साल पुराना रिकॉर्ड

मोदी लहर

यंगिस्थान का सर्वे – मोदी ने चुनावी सभाओं में एक बात बार-बार बोली थी कि यह होली विकास की होली होगी.

अब जब चुनावी नतीजे आने लगे हैं तो मोदी की यह बात सच साबित हो रही है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी जहाँ एक तरफ 32 सालों का रिकॉर्ड तोड़ती दिख रही है तो दूसरी तरफ साल 1991 में राम मंदिर लहर पर भी मोदी लहर भारी पड़ती दिख रही है.

साल 2017 के चुनावों में अमित शाह और प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की जोड़ी ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए प्रदेश में कमल खिला दिया है. यंगिस्थान ने अपने एग्जिट पोल में बीजेपी को 274 सीटेंमिलती हुई बताई थीं और आज जब नतीजे गये हैं तब यह साफ़ हो गया है कि यंगिस्थान की बीजेपी को पूर्ण बहुमत वाली बात सही साबित हुई है. यंगिस्थान ने सपा कांग्रेस के गठबंधन को इसचुनाव में 68 सीटें प्राप्त होती हुई बताई थीं जो सही साबित होता हुआ नजर रहा है. जिस तरह से यंगिस्थान के रिपोर्ट्स ने घरघर जाकर युवाओं की राय ली थी तो उससे साफ़ हो गया था किबीजेपी इस बार राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है. यंगिस्थान के सर्वे की सबसे अच्छी बात यह थी कि हमने किसी भी तरह के पोल या सर्वे पर ध्यान देते हुए, अपने ख़ास रिपोर्ट्स कोजमीनी सच्चाई पहचानने के लिए प्रदेश में भेजा था. 11 मार्च को चुनाव परिणामों से साफ होता हुआ दिख रहा है कि बीजेपी और मोदी लहर ने उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत प्राप्त कर लिया है. 

1991 में राम लहर से बड़ी है मोदी लहर

साल 1991 में जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हुए थे तो वहां राम लहर ने काम कर दिखाया था. जनता ने उस समय बीजेपी को 221 सीटें दिलाई थीं. वहीँ दूसरी तरफ इस बार साल 2017 में मोदी लहर को जनता ने 300 से ज्यादा सीटें दिलाकर कमाल कर दिया है. जनता ने मोदी को इस बार सिर्फ और सिर्फ विकास के लिए वोट दिया है. यूपी का युवा यह बात समझ गया था कि इस बारहम किसी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश को अगर विकास करना होता तो वह पिछले पांच सालों में कर चुके होते. सड़कों पर समाजवादी पार्टी के गुंडे खुलेआम आतंक का पर्यायबन चुके थे और तब मुख्यमंत्री अखिलेश को यह बात कभी नजर नहीं आई थी.

गायत्री प्रजापति को राज्य की पुलिस नहीं पकड़ पा रही है तो इससे साफ हो जाता है कि पुलिस कितनी ताकतवर है. एक तरफ राज्य की पुलिस आजम जी की भैंस खोज सकती है किन्तु अपनेमुख्यमंत्री के लाड़ले नेता को क्यों नहीं खोजा जा रहा है, यह बात जनता समझ चुकी थी. आपको बता दें कि साल 2017 के विधानसभा चुनावों में जो अंतिम दो चरण के चुनाव हुए हैं, वह पूरी तरह सेभाजपा के पक्ष में रहे हैं. खासकर वाराणसी जहाँ पर मोदी ने जी-जान लगा दिया था वहां पर बीजेपी की लहर साफ़ नजर आई है. फतेहपुर में जब मोदी ने कब्रिस्तान का जिक्र किया था तो सभी ने उससमय इस ब्यान को मजाक में लिया था लेकिन आज जब चुनावी नतीजे आ रहे हैं तो साफ हो गया है कि यहाँ के सभी सीटों पर मोदी का जलवा काम कर गया है.

32 सालों बाद जनता ने फिर से दोहराया है इतिहास

आपको बता दें कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में साल 1985 से चुनाव लड़ रही है. साल 1985 के विधानसभा चुनावों में जनता ने इंडियन नेशनल कांग्रेस और सहयोगियों को 269 सीटों पर विजयी बनाया था. 32 सालों बाद मोदी लहर ने उत्तर प्रदेश में नया इतिहास लिखते हुए 300 से ज्यादा सीटों पर कब्जा किया है. वैसे 1951 में कांग्रेस को इससे भी अधिक सीटें मिली थीं किन्तु जबसे बीजेपी ने उत्तरप्रदेश में चुनाव लड़ना शुरू किया है तबसे लेकर आज तक 32 सालों बाद यूपी ने नया इतिहास लिखा है.

जनता ने एक बार 1991 में भी बीजेपी पर विश्वास दिखाया था लेकिन इस साल 15 सालों बाद जब बीजेपी प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है तो वह 300 से ज्यादा सीटों पर इतिहास लिखकर सरकारबनाएगी. यंगिस्थान ने अपने एग्जिट पोल की हैडिंग में ही बोला था कि इस बार बीजेपी राज्य में अनोखा रिकॉर्ड बनाने जा रही है. देखिये क्या थी हमारी खबर-  यंगिस्थान का सबसे बड़ा एग्जिट पोल– जरुर पढ़िए बीजेपी कितनी सीटों के साथ बनाने वाली है राज्य में अनोखा रिकॉर्ड . अब जब 15 सालों बाद मोदी लहर उत्तर प्रदेश में चली है तो इस लहर में बड़ों-बड़ों की नाव पलट चुकी है.समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन पूरी तरह से विफल हो गया है और बहन मायावती का राजनैतिक करियर ही जैसे अब खत्म हो चुका है.

इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में विकास के मुद्दे पर वोट पड़ा है. बीजेपी को मुस्लिम सीटों पर भारी फायदा हुआ है. ऐसी मुस्लिम सीटें जहाँ 70 प्रतिशत तक मुस्लिम हैं वहां पर बीजेपी का जीतना वाकईसभी को हैरान करने वाला है. कुलमिलाकर यंगिस्थान का राम मंदिर सर्वे और चुनावी एग्जिट पोल दोनों सही साबित होते हुए दिखाई दे रहे हैं.

आप यहाँ पढ़िए- उत्तर प्रदेश में राम मंदिर बोलता है – यंगिस्थान ने याद दिलाया था बीजेपी को राम नाम !

Article Categories:
राजनीति