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आरबीआई नहीं बल्कि भारत सरकार बनाती है यह रुपया !

नोटों की छपाई

नोटों की छपाई – दो साल पहले सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए थे और उनकी जगह 500 और 2000 रुपये के नए नोट लेकर आई थी।

अब जाकर आरबीआई ने बंद किए हुए नोट और वापस आए नोटों की गिनती पूरी कर ली है और आरबीआई का दावा है कि 99.9 फीसदी नोट की गिनती कर ली गई है। अब खबर है कि आरबीआई जल्द ही अर्थव्यवस्था में 1000 और 100 रुपये के नए नोट उतारने वाली है। सारे बड़े नोटों की छपाई आरबीआई करता है।

देवास में होती है छोटे नोटों की छपाई

देश में चार बैंक नोट प्रेस, चार टकसाल और एक पेपर मिल है। नोट प्रेस मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में है। छोटे नोट देवास नोट प्रेस में छरते हैं। इस प्रेस में एक साल में लगभग 265 करोड़ रुपए के नोट छपते हैं जिसमें 20, 50, 100 रूपए के नोट शामिल हैं। यहां ही नोटों में प्रयोग होने वाली स्याही को बनाया भी जाता है।

नासिक में होती है बड़े नोटों की छपाई 

बड़े नोट नासिक प्रेस में छपते हैं। साल 1991 से 1, 2, 5, 10, 50, 100 रुपए के नोट छापे जाते हैं। पहले यहां सिर्फ 50 और 100 रुपए के नोट ही छापे जाते थे लेकिन अब नासिक में 2000 और 500 के नए नोट भी छापे जा रहे हैं। नोट छपाई का सारे काम की जिम्मेदारी आरबीआई संभालता है। लेकिन इन सारे नोटों के अलावा एक नोट ऐसा भी है जिसकी छपाई से आरबीआई का कोई लेना-देना नहीं है।

नोटों की छपाई

सरकार छापती है एक रुपये का नोट

सभी तरह के सिक्कों और एक रुपये के नोट को छापने का काम भारत सरकार का वित्त मंत्रालय करता है। हालाँकि वित्त मंत्रालय एक रूपए के नोट और सिक्कों को अर्थव्यवस्था में RBI में माध्यम से ही बांटता है। भारत के इन चार जगहों पर वित्त मंत्रालय द्वारा सिक्के ढालने का काम किया जाता है:

1. नोएडा
2. मुंबई
3. कोलकाता
4. हैदराबाद

नोटों की छपाई

चारों जगहों के अलग-अलग मार्क

इन चारों जगहों में जो सिक्क ढाले जाते हैं उन पर मिंट मार्क अलग-अलग होता है। मुंबई में बनाए जाने वाले सिक्के पर डायमंड का मार्क है। वहीं कोलकाता के सिक्कों पर किसी तरह का मार्क नहीं है। हैदराबाद में बनने वाले सिक्कों पर स्टार बना होता है और नोएडा के सिक्कों पर बड़ा सा डॉट बना होता है। इन मार्क के कारण आप आसानी से पता कर सकते हैं कि कौन से मिंट के हैं ये सिक्के।

1829 की है मुंबई और कलकत्ता मिंट

देश में सिक्के ढकसाल करने की सबसे पुरानी मिंट मुंबई और कलकत्ता की है। इन दोनों मिंट की स्थापना अंग्रजों ने 1829 में की थी जबकि हैदराबाद मिंट की स्थापना हैदराबाद के निजाम ने 1903 में की थी जिसे 1950 में भारत सरकार ने अपने कब्जे ले लिया था और 1953 से इस मिंट में सिक्के ढालने का काम भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया।

सबसे नया है नोएडा मिंट

नोएडा मिंट सबसे नया है। इसकी स्थापना भारत सरकार ने 1986 में उत्तर प्रदेश के नॉएडा में स्थापित की थी और यहाँ पर 1986 से सिक्के ढाले जा रहे हैं।

तो यह है सिक्कों का इतिहास और इस आरबीआई नहीं बल्कि भारत सरकार ढालती है।