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रावण ने यहाँ की थी शिव की तपस्या, जहाँ शिव ने रावण को दिया एक वरदान ! एक चमत्कारी शिवलिंग की पूरी कहानी !

रावण और भगवान शिव

रावण और भगवान शिव – भगवान भोलेनाथ के अनेक भक्त हैं जिनमें से रावण भी एक था.

हालांकि रावण का अंत बहुत बुरा हुआ, किन्तु शिवभक्तों में उसका नाम सर्वोपरी लिया जाता है. हमारे देश में एक मंदिर ऐसा भी है जहां पर भगवान शिव से पहले रावण की पूजा जाती है.

आइए आपको बताते हैं रावण और भगवान शिव की कहानी – उस जगह के बारे में जहां रावण ने भगवान शिव की तपस्या करके पहले अपनी पूजा का वरदान पाया था-

रावण और भगवान शिव की कहानी – 

1. रावण भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था. नूरपूर की वादियों में रावण ने सालों तक भगवान शिव की आराधना की थी. नूरपूर में एक बड़ी ही रहस्यमय गुफा है. गुफा में सैकड़ों शिवलिंग हैं. वहां रावण कई वर्षों तक भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भूखा—प्यासा रहा था. आज भी यह गुफा अपना वजूद बचाए हुए है.

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