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मोदी से निपटने के लिए संघ की शरण में जा रही कांग्रेस है !

राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ

सुनकर दंग रह गए न.

लेकिन ये सच है. एक के बाद एक कई करारी हार के बाद अब कांग्रेस को भी समझ में आ गया है कि बिना संघ की मदद वो चुनाव नहीं जीत सकती है.

लिहाजा उसे यदि चुनाव जीतने हैं तो संघ की मदद लेनी होगी. ये बात किसी ओर ने बल्कि खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कही है.

दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व ओलंपियन असलम शेर खान ने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 2018 में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को टक्कर देने के लिए वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तर्ज पर ‘राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ’ (आरसीएसएस) बनाएंगे.

इतना ही नहीं उन्होंने मीडिया के सामने राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ के गठन की घोषणा भी कर दी. और कहा कि यह संघ मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में ठीक उसी तरह से कांग्रेस की मदद करेगा, जैसे संघ चुपके-चुपके पिछले दरवाजे से चुनावों में भाजपा की सहायता करता है.

असलम शेर खान ने कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ का ढांचा ठीक उसी प्रकार होगा, जैसे आरएसएस का है, लेकिन आरसीएसएस का कोई परिधान नहीं होगा,जैसा कि संघ के स्वयंसेवकों का है.

जब उनसे सवाल किया गया कि वह राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ क्यों बना रहे हैं, जबकि आरएसएस के पहले ही ‘कांग्रेस सेवा दल’ बनाया था, इस पर उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सेवा दल लगभग खत्म हो चुका है और अब जमीनी स्तर पर कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं की भारी कमी है, जबकि एक राजनीतिक दल के लिए चुनाव जीतने के लिए जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का होना बहुत जरूरी है.’

हालांकि अभी तक इस पर कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन जिस प्रकार आरएसएस जैसा संगठन बनाने की बात असलम शेर खान कर रहे हैं उससे एक बात तो साफ है कि अब कांग्रेस को भी संगठन की ताकत का एहसास हो रहा है.

कांग्रेस आलाकमान भले ही नहीं समझ पा रहा हों लेकिन उसके नेताओं को समझ में आ रहा है कि संगठन के बिना गांधी परिवार के नाम पर और मुस्लिम तुष्टीकरण के जरिए चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं.

कांग्रेस के लोग भले ही बाहर से संघ को लेकर कुछ भी कहे लेकिन अंदर ही अंदर वो उसकी ताकत को महसूस कर रहे हैं. उनको भी अब लग रहा है कि राजनीति में जीत हासिल करने के लिए संगठन को खड़ा करना होगा.

यही कारण है कि कांग्रेस के लोग अब सेवा दल के स्थान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तर्ज अपने यहां भी ठीक वैसा ही संगठन खड़ा करने की सोच रहे हैं. ताकि उसकी मदद से कांग्रेस आने वाले दिनों में भाजपा को चुनावों में कड़ी टक्कर दे सके.