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एक दिन में रेप के आरोपी को सजा, ये है अब तक का सबसे तेज़ ट्रायल

सबसे तेज़ ट्रायल

सबसे तेज़ ट्रायल – हमारे देश में लगभग हर दिन रेप की कोई न कोई वारदात तो होती ही है, कुछ की रिपोर्ट दर्ज की जाती है तो कुछ की नहीं, जो मामले दर्ज होते भी हैं उनकी सुनवाई और दोषी को सजा दिलाने में सालो लग जाते हैं.

अब निर्भया मामले को ही देख लीजिए, इतना क्रूर अपराध करने के बाद भी आरोपी अभी तक ज़िंदा हैं और इंसाफ के लिए इतना लंबा इंतज़ार करन पड़ा.

ऐसे में मध्यप्रदेश की एक अदालत ने एक दिन में रेप के आरोपी को सजा सुनाकर यकीनन मिसाल कायम कर दी है.

घटना मध्यप्रदेश के उज्जैन की है. यहां कि एक अदालत ने चार्जशीट दाखिल होने के 24 घंटे के अंदर सजा का ऐलान कर मिसाल कायम की है. एक बच्ची के साथ रेप के आरोपी, रेप के दोषी नाबालिग लड़के को जूवेनाइल कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई – सबसे तेज़ ट्रायल.

खास बात यह है कि रेप के इस मामले में सोमवार को ही चार्जशीट पेश की गई थी और अदालत ने उसी दिन दोषी को सजा सुना दी. अब तक के रेप के किसी मामले में ये सबसे तेज ट्रायल और सजा दी गई है.

पुलिस के मुताबिक रेप की वारदात 15 अगस्त को हुई. पीड़ित लड़की के माता-पिता बेटी को पड़ोसी के 14 साल के लड़के साथ खेलने के लिए छोड़कर काम पर गए थे, इसी दौरान लड़के ने रेप किया. घटना के बाद वो गांव से भाग गया. लड़की के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई जिसके बाद पुलिस ने 16 अगस्त की रात को उसे एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया.

इस मामले में पुलिस ने काफी तेजी से जांच की. चार दिन के अंदर ही उज्जैन पुलिस ने जांच पूरी अदालत में चार्जशीट दाखिल की.

जज ने आरोप पत्र पेश होने के चंद घंटों के अंदर ही अपना फैसला सुना दिया. दोषी नाबालिग को जूवेनाइल होम में सजा के तौर पर दो साल गुजारने होंगे. ये अपनी तरह का अब तक का पहला मामला है, लेकिन इससे पहले भी रेप के कुछ मामलों में अदालत ने जल्दी फैसला सुनाया है-

  • 8 अगस्त को मध्य प्रदेश के ही दतिया की एक अदालत ने बच्ची के साथ रेप के दोषी को महज 3 दिन की सुनवाई के बाद मरने तक कैद की सजा का ऐलान किया था.
  • छतरपुर जिले की स्थानीय अदालत ने इसी महीने एक दो साल की मासूम बच्ची के साथ रेप करने वाले एक शख्स को फांसी की सजा सुनाई है. इस मामले में कोर्ट में चली 27 दिनों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने इसे ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ केस मानते हुए आरोपी तौहीद खान को फांसी की सजा सुनाई थी. 24 अप्रैल 2018 को दो साल की मासूम को उसने अपनी हवस का शिकार बनाया था.
  • 8 जुलाई को मध्य प्रदेश के सागर जिले में रेप के मामले का ट्रायल महज 46 दिनों में पूरा करके आरोपी को सजा दी गई.
  • इसी साल राजस्थान के अलवर जिले में भी एससी-एसटी कोर्ट ने 7 महीने की एक मासूम बच्ची के साथ अपहरण और रेप किए जाने के मामले में दोषी को फांसी की सजा दी थी.

सबसे तेज़ ट्रायल – रेप के सभी मामलों में यदि अदालत यही तत्परता दिखाए तो शायद अपराधियों के मन में सजा का डर बैठे और ऐसा घिनौना अपराध करने से पहले सौ बार सोचेंगे, फिलहाल तो उन्हें भी पता है कि सजा तो होनी नहीं है, कुछ साल अदालत के चक्कर काटने हैं बस.