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रामेश्वरम के दर्शन से मिलेगा यज्ञ और तप का फल, जानें इस तीर्थस्थल के बारें में ये 10 खास बातें।

रामेश्वरम के दर्शन

रामेश्वरम के दर्शन – हिंदू धर्म के अनुसार जो व्यक्ति चार धामों की यात्रा कर लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। भारतीय धर्मग्रंथों में बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम यात्रा का अपना ही महत्व है।

आज हम आपको रामेश्वरम यात्रा के बारे में कुछ ऐसी ही 10 खास बातें बताने वाले हैं, जो उसे अन्य तीन धामों जुदा बनाती है।

रामेश्वरम के दर्शन –

रामेश्वरम के दर्शन

1. भारत के प्रमुख तीर्थों में से एक रामेश्वरम को भगवान श्रीराम ने शिवलिंग निर्माण के लिए चुना था। इसलिए इसका नाम रामेश्वर पड़ गया। रामेश्वरम को पुराणों में गंधमादन पर्वत कहा जाता है, यह बंगाल की खाड़ी एवं अरब के सागर के संगम स्थल पर स्थित है।

2. रामेश्वरम की यात्रा करने से मनुष्य के समस्त पाप दूर हो जाते हैं। रामेश्वरम मंदिर पर्यटन स्थल के नाम से भी मशहूर है। इसके चलते आज के समय में रामेश्वरम को धार्मिक स्थल के साथ-साथ पर्यटन के रूप में भी काफी विकसित किया गया है। यहां हर साल देश—विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं।

3. रामेश्वरम में श्री रामनाथस्वामी का भव्य मंदिर भी है। यह मंदिर लगभग 4 फुट लंबा, 650 फुट चौड़ा और 125 फुट ऊंचा है। सागर तट पर बने इस शानदार मंदिर के चारों तरफ ऊंची चार दीवारी है।

4. हिंदू धर्म के अनुसार उत्तराखंड के गंगोत्री से लेकर गंगाजल लेकर रामेश्वर ज्योतिर्लिंग पर अर्पित करने का अपना विशिष्ट महत्व है। शास्त्रों के अनुसार रामेश्वर पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों के पास यदि गंगा जल उपलब्ध नहीं है, तो वह यहां के पंड़ितों से गंगाजल दे देते हैं।

5. पुराणों में रामेश्वरम का नाम गंधमादन है। यहां से थोड़ी ही दूर पर सटा एक अन्य मंदिर है। कहां जाता है कि श्री रामचंद्र ने लंका युद्ध के पश्चात अपने बाल यही पर धोए था।

6. रामचंद्र ने यहां नवग्रह स्थापना की थी। सेतुबांध यहीं से प्रारंभ हुआ था और यही पर मां दुर्गा ने महिषासुर का वध भी किया था।

7. हम में से अधिकतर लोग रामेश्वर मंदिर के इतिहास से अभी परिचित नहीं हैं। यह रामेश्वर मंदिर रामनाथस्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह भोले नाथ का एक हिंदू मंदिर है, जो भारत में तमिलनाडु राज्य के रामेश्वर  द्वीप में स्थापित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से इसका 11 स्थान है।

9. कहा जाता है कि वर्तमान समय में मंदिर के विकास में हिंदू शासकों ने अपनी महती भूमिका निभाई है, उनके योगदान और दान के बदौलत ही मंदिर का विकास हो पाया था, जिसे हम आज अपने सामने साक्षात देख पा रहे हैं।

10.  भारत में मौजूद सभी हिंदू मंदिरों से यदि रामेश्वर मंदिर की तुलना की जाए तो इस मंदिर का गलियारा इन सब के मुकाबले कहीं अधिक बड़ा है। रामेश्वरम में स्थित इस मंदिर को शेर, वैष्णव और समर्थ लोगों के लिए पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है।

रामेश्वरम के दर्शन

तो देर किस बात की है आप अपने परिवार के साथ जल्द से जल्द रामेश्वरम के दर्शन के लिए निकल जाए, वहां जाने के बाद आपकी चार धाम की तीर्थ यात्रा तो होगी ही इसके साथ ही आप वहां के मंदिर के इतिहास के बारे में भी जान पाएंगे।