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रमन राघव का किरदार करते करते नवाजुद्दीन सिद्धिकी खुद को खूनी समझने लगे थे! फिर क्या हुआ?

नवाजुद्दीन सिद्धिकी

एक सनकी हत्यारे पर बन रही फिल्म ‘रमन राघव’ अभी से सुर्ख़ियों में है.

हालाकि इस फिल्म 24 जून को रिलीज़ होनी है, पर फिल्म के ट्रेलर ने देश भर तहलका मचा रखा है.

अपने शानदार हुनर के लिए जाने जानेवाले मशहूर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप द्वारा बनाई गई इस फिल्म के लीड किरदार नवाजुद्दीन सिद्धिकी है, जिनकी सभी फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा चुकी है.

पर क्या आपको पता है,..

इस फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद नवाजुद्दीन सिद्धिकी खुद को खूनी समझने लगे थे.

नवाज़ को रात-रात भर नींद नहीं आती थी. नवाज़ का मानसिक संतुलन इतना बिगड़ गया था कि उनके दिमाग में हर वक्त कत्ल करने के तरीके की साजिश पैदा होने लगी थी. नवाज़ ‘रमन राघव’ का किरदार निभाते निभाते इतने परेशान हो गए थे कि उनका कही काम में दिल ही नहीं लग रहा था.

आख़िरकार सभी कामो को दूर रखते हुए, नवाज़ ने 1 हफ्ते की छुट्टी ली.

छुट्टियों में वे अपने घर गए और अपने परिवार के साथ सुखद वक्त बिताया.

हम जानते है इस वक्त आपके दिमाग में क्या सवाल उठ रहा है. आप सोच रहे होंगे कि रमन राघव का ऐसा कौनसा भयानक अतीत है! ऐसी कौन सी कहानी है, जिसका किरदार निभाते-निभाते मेहनती नवाज़ डर गए थे और उन्हें काम से छुट्टी लेनी पडी.

तो चलिए, हम आपको बताते है सनकी हत्यारे रमन राघव से जुडी कुछ ऐसी दर्दनाक किस्से, जिसे पढ़कर आप के पैरो तले ज़मीं खिसक जाएगी.

1.  साठ के दशक में पुणे के बाहरी इलाके में पैदा हुआ रमन राघव ने बचपन से ही खून करने का सिलसिला शुरू कर दिया था.

2.  रमन राघव का चेहरा इतना क्रूर था कि उसे देखकर ही इंसान के रोंगटे खड़े हो जाते थे.

3.  रमन राघव ने खुद अपनी सगी बहन का पहले कत्ल किया और घंटो उसके साथ बलात्कार करता रहा.

4.  रमन राघव रात में ही अक्सर खून किया करता था और फिर महिला मृत शरीर के साथ रेप करता था.

5.  राघव सिर्फ सडको पर सोने वाले और झुग्गियों में रहने वालो को ही मारा करता था.

6.  राघव का हथियार था 5 फीट लम्बी एक लोहे की रॉड, जो 7 के आकार की थी.

7.  राघव को याद नहीं था कि उसने कितनी हत्याएं की थी, पुलिस ने जब उसे काफी प्रताड़ना दी तो उसने 23 हत्याएं कबुली थी.

8.  राघव लोगो के सर पर ही रॉड से हमला किया करता था ताकि एक वार में उसकी मृत्यु हो जाए.

काफी मशक्कत के बाद 1968 में रमन राघव पुलिस के हत्थे चढ़ा और फिर  कोर्ट ने राघव को मौत की सजा सुनाई.

लेकिन डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार रमन राघव मानसिक रोगी था. रमन को पैरानाइड सिजोफेरिया नाम की बीमारी थी. इसलिए अदालत ने रमन राघव की सजा फांसी से हटाकर उम्र कैद में तफ्दील करदी.

1995 में किडनी की बीमारी से जूझ रहे राघव की दर्दनाक मौत हो गई.

मज़े की बात ये है कि उसने अपनी आख़िरी ख्वाहिश चिकन बिरयानी खाने की जताई थी. समझ में नहीं आता कि इस तरह के सनकी कातिल अपनी आख़िरी इच्छा में चिकन बिरयानी क्यों खाना चाहते है.

आपको याद होगा, 26/11 का आतंकी अजमल कसाब ने आखिरी इच्छा में बिरयानी खाई थी.

खैर, हम अपने चहीते अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्धिकी की बड़ी उम्र के लिए उपर वाले से मन्नते मांगते है, उनकी काम के प्रती लगाव को सलाम करते है, और आशा करते है कि वे अपने जोरदार अभिनय से हमेशा समां बांधते रहे.

साथ ही आने वाली फिल्म ‘रमन राघव एंड टीम’ को हमारी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं…..