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बनकर तैयार हो गया है राजीव गाँधी का मंदिर!

राजीव गाँधी का मंदिर

आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की पुण्यतिथि है.

इस मौके पर बिहारी काँग्रेसीयो ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके मंदिर का प्रवेश द्वारा खोल दिया.

आपको बता दे कि दो महीने पहले बीते 26 मार्च के दीन से ही उनके मंदिर को बनवाने का काम शुरू हो गया था, जो आज बनकर पूरा हो गया.

यह राजीव गाँधी का मंदिर देश का पहला ऐसा मंदिर है, जिसमे राजीव गाँधी की प्रतिमा को स्थापित किया गया है. इसके अलावा मंदिर में और कोई भी दुसरी ईश्वर या देवी की प्रतिमा नहीं रखी गई है.

राजीव गाँधी

राजीव गांधी के मंदिर का निर्माण करवाने वाले बिहार के बक्सर काँग्रेसी जिला उपाध्यक्ष, मृत्युंजय राय कहते है – इस मन्दिर को बनवाने में सभी काँग्रेसीयो कार्यकर्ताओं ने आर्थिक मदद की है.

राजीव गाँधी का ये मंदिर बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड के कथराई गावं में बनाया गया है.

इस मंदिर में विशेष कारागरी से बने राजीव गांधी कि मूर्ति राजस्थान से मंगवाई गई है. मृत्युंजय राय के अनुसार इस मंदिर को बनवाने में लाखो रूपये लगे है और मंदिर को स्वर्गीय राजीव गाँधी मंदिर के नाम से जाना जाएगा.

बतादे की मंदिर का दरवाजा खोलते वक्त मौके पर हज़ारों की तादात में लोग जुटे थे. सभी ने राजीव गाँधी की प्रतिमा पर हार व नारियल चढ़ाकर, मिठाइयों का भोग लगाया.

बिहारी काँग्रेसीयो के अनुसार ये राजीव गाँधी का मंदिर बनवाकर उन्हें अभिव्यक्ती दी है.

उनका मानना है कि नव राष्ट्र निर्माण के लिए राजीव गाँधी का बड़ा योगदान है.

आज से 25 साल पहले 21 मई 1999 के दीन तमिलनाडु की एक चुनावी सभा में पूर्व प्रधानमंत्री उनका को एक बम विस्फोट में मार दिया गया था. राजीव गाँधी देश के पहले युवा प्रधानमंत्री के रूप में उभर कर आए थे.

यही वजह है कि आज राजीव गाँधी का मंदिर काँग्रेसीयों ने बनवा दिया.

कुछ दिनों पहले खबर ये भी थी कि कोंग्रेस पार्टी की मुखिया सोनिया गाँधी के मंदिर का निर्माण गुजरात में किया जा रहा है, लेकिन इस बात पर तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आपत्ति थी.

खैर, इस मुद्दे पर हम आपकी राय जानना चाहते है.

क्या कहते है आप?

इस तरह नेताओं का मंदिर बनवाना जायज है?

क्या इंसानों की तुलना, ईश्वर से करना उचित होगा?

सवाल बहुत है पर जवाब नहीं है. पसंद आया हो तो हमारे इस पोस्ट को ज़रुर और शेयर करे………