ENG | HINDI

अगर ये खबर सच है तो रुसी राष्ट्रपति ‘पुतिन’ ने की थी अमेरिकी चुनाव में हैकिंग !

अमेरिकी चुनाव में हैकिंग

अभी हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुए है जिसमें चौकाने वाले नतीजे सामने आये।

डोनाल्ड ट्रंप ने तमाम अनुमानों को धता बताते हुए हिलेरी क्लिंटन को मात दी और अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया।

लेकिन अभी हाल ही में वाइट हाउस ने एक चौकाने वाला बयान दिया है ख़बरों के मुताबिक व्हाईट हाउस का कहना है कि अमेरिकी चुनाव में हैकिंग हुई है और इस ऑपरेशन में रूसी राष्ट्रपति व्लादामीर पुतिन सीधे तौर पर शामिल थे।

राष्ट्रपति बराक ओबामा के सलाहकार बेन रोड्स ने कहा है कि सरकार के कामकाज पर पुतिन का शिकंजा मज़बूत है, जिससे ये साफ़ ज़ाहिर है कि उन्हें इस बात की ख़बर थी। वही व्हाईट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा है कि ‘ये बिल्कुल साफ़ है’ कि पुतिन अमेरिकी चुनाव में हैकिंग में शामिल थे।

अमरीका, राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ये आरोप लगाता रहा था, कि रूस रिपब्लिकन उम्मीदवार और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को जीतवाना चाहता है और चुनाव को प्रभावित करने के लिए हैकरों का सहारा लिया जा रहा है।

वहीं रूस अमेरिकी चुनाव में हैकिंग के आरोपों से इंकार करता है।

रोड्स ने कहा, “हम जानते हैं कि रूस में कामकाज किस तरह से चलता है और उस पर पुतिन की पकड़ कितनी मज़बूत है, और फिर आप जब इतने अहम साईबर अटैक की बात कर रहे हैं, तो हम बात कर रहे हैं हुकूमत के सबसे टॉप लेवल की।”

उन्होंने कहा, “और आख़िरकार, व्लादामीर पुतिन ही वो अधिकारी हैं जो रूसी सरकार के कामों के लिए ज़िम्मेदार हैं.”

राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने समाचार ऐजेंसी एपी से कहा कि अमेरिकी चुनाव में हैकिंग में रूस का हाथ होने की ख़बरें “हंसे जा सकने वाला बकवास” है।

कारण चाहे जो भी हो लेकिन यह स्पष्ट है कि डोनल्ड ट्रंप की अपील हिलेरी क्लिंटन के मुक़ाबले ज्यादा असरदार रही।

एक बात तो है कि हिलेरी क्लिंटन को ईमेल्स कैंपेन के कारण दिक्क़तों का सामना करना पड़ा लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि इसी वजह से डेमोक्रेटिक पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।

वहीं नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप भी रूसी हैकिंग की बात को सिरे से ख़ारिज करते रहे हैं। अमरीका में लग रहे ऐसे आरोप को लेकर यूरोपीय देशों में भी चिंता शुरू हो गई है, जहां फ्रांस और जर्मनी जैसे मुल्कों में साल 2017 में चुनाव होने हैं।

बता दें कि हिलरी क्लिंटन जब अमरीका की विदेश मंत्री थीं तो उन्होंने 2011 में रूस में हुए संसदीय चुनाव को लेकर सवाल खड़ा किया था। इसे लेकर पुतिन बूरी तरह से हिलेरी क्लिंटन पर भड़क गए थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से हिलेरी क्लिंटन पर इल्जाम लगाया था कि वह रूस में विरोध-प्रदर्शनों को भड़का रही हैं। वहीं अभी तक इसका कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है, जिससे पता चले कि हिलेरी क्लिंटन के ईमेल्स हैकिंग में पुतिन का हाथ है।

वजह जो भी हो लेकिन अमेरिकी चुनाव में डोनल्ड ट्रंप का जीतना पूरी दुनिया के लिये चौंकाने वाला फैसला था।