ENG | HINDI

इस कॉलेज में प्रिन्सिपल ने दिया अजब फरमान – लडकियाँ दरवाज़ा खोलकर बदलें कपड़ें !

लड़कियों की आज़ादी

लड़कियों की आज़ादी – आज दुनिया न जाने कहां से कहां पहुंच गई है लेकिन महिलाओं के लिए आज भी कुछ नहीं बदला है।

मॉडर्न ज़माने में भी पहले की ही तरह महिलाओं का शोषण होता है।

कुछ दिनों पहले लड़कियों की आज़ादी और सुरक्षा को लेकर केरल के एक कॉलेज की छात्राओं ने प्रदर्शन किया था। ये छात्राएं अपनी निजता के अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रही थी।

दरअसल, केरल के एक नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल ने ये फरमान जारी किया था कि लड़कियां कपड़े बदलते वक्‍त अपने कमरे का दरवाज़ा खुला रखें। ये लड़कियों की आज़ादी पर एक बड़ा हमला है – अपनी निजता पर लड़कियों को ये आदेश रास नहीं आया और वो सड़कों पर इसके खिलाफ प्रदर्शन करने उतर पड़ीं।

छात्राओं का कहना है कि प्रिंसिपल का मानना है हम दरवाज़ा बंद करके गंदी हरकतें करते हैं इसलिए उन्‍होंने कमरे का दरवाज़ा लॉक ना करने का आदेश निकाला है।

अगर लड़कियों को कपड़े भी बदलने हैं तो वे गेट से कुर्सी या अन्‍य कोई चीज़ सटा दें लेकिन दरवाज़ा बंद न करें। फिलहाल इस प्रदर्शन के जवाब में कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।

प्रदर्शन कर रही छात्राओं का कहना है कि उन्‍हें लाइब्रेरी तक में इंटरनेट का इस्‍तेमाल करने नहीं दिया जाता है।

प्रिंसिपल को लगता है कि हम इंटरनेट पर पोर्न फिल्‍में देख सकते हैं इसलिए पढ़ाई करने तक के लिए भी इंटरनेट इस्‍तेमाल करने की इज़ाजत नहीं है। स्‍टूडेंट्स के प्रदर्शन के कारण कॉलेज को एक सप्‍ताह के लिए बंद कर दिया गया था।

लड़कियों की आज़ादी और निजता में ऐसा दखल बिलकुल भी बर्दाश्‍त नहीं किया जा सकता है। भले ही आज हम बहुत मॉडर्न हो गए हैं लेकिन अब भी लड़कियों को उनका सम्‍मान और अधिकार पूरी तरह से नहीं मिल पाए हैं। अब भी लड़कियां अपने मूलभूत अधिकार के लिए लड़ रही हैं।