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अगर 10 मिनट में राष्ट्रपति ट्रंप ने ये निर्णय नहीं किया तो फिर अमेरिका का बचना मुश्किल है !

राष्ट्रपति ट्रंप

भविष्य में अगर कभी उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर परमाणु हथियार मिसाइल से हमला किया तो उस स्थिति अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के पास अपने देश को बचाने के लिए केवल 10 मिनट होंगे.

इस दौरान अगर उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया तो फिर उत्तर कोरिया  के मिसाइल हमले से रक्षा कर पाना अमेरिका के लिए आसान नहीं होगा. क्योंकि मिसाइल हमले की खबर आने के बाद के 10 मिनट काफी निर्णायक होंगे.

इन्हीं 10 मिनटों में राष्ट्रपति ट्रंप को फैसला करना होगा कि वह प्योंगयांग यानी उत्तर कोरिया की राजधानी के ऊपर जवाबी हमला करें या नहीं और अपने देश को किस तरह बचाएं.

ये सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका पर अगर मिसाइल हमला होता भी है, तो अमेरिकी राष्ट्रपति के पास अपनी आगे की रणनीति तय करने के लिए बहुत कम समय होगा. क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इसका फैसला राष्ट्रपति को चंद मिनटों के अंदर ही लेना होगा.

रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में वक्त बहुत कम होता है. क्योंकि लंबी दूरी तक वार करने वाली मिसाइलों के मामले में भी लॉन्चिंग को पहचानने और यह पता लगाने की यह क्या चीज है, बहुत सारे काम करने होते हैं.

ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति ट्रंप के पास शायद 10 मिनट का ही समय होगा. इस दौरान ही उन्हें तय करना होगा कि जवाबी हमला किया जाए या नहीं. गौरतलब है कि एकबार अगर परमाणु मिसाइलों को लॉन्च कर दिया जाए, तो फिर उन्हें वापस नहीं लिया जा सकता है.

वहीं इन सब के बीच विशेषज्ञ का एक मत यह भी है कि भले ही उत्तर कोरिया कितना भी दावा करे लेकिन अभी उसके पास ऐसी मिसाइल तकनीक मौजूद नहीं हैं जो अमेरिकी तक पहुंच सकें.

बता दें कि 14 मई को उत्तर कोरिया ने अपना अबतक का सबसे ताकतवर मिसाइल परीक्षण किया. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस मिसाइल को सामान्य रूप से लॉन्च किया जाए, तो यह अलास्का और हवाई तक पहुंच सकता है.

उत्तर कोरिया से छोड़ी गई मिसाइल 30 मिनट से भी कम समय में लॉस एंजेलिस और 33 से 34 मिनट के अंदर सैन फ्रांसिस्को पहुंच सकती है. कुछ विशेषज्ञों की राय है कि ये मिसाइल 30 मिनट में न्यू यॉर्क और वॉशिंगटन पहुंच सकते हैं.

मालूम हो कि प्योंगयांग से न्यू यॉर्क की दूरी 11,000 किलोमीटर से भी कम है.

दूसरी ओर उत्तर कोरिया का दावा है कि उसकी यह मिसाइल बड़े परमाणु बम को भी ढो सकती है. मालूम हो कि उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिशों और उसके द्वारा लगातार किए जा रहे मिसाइल परीक्षणों के कारण अमेरिका काफी नाराज है.