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ऐसी जगहें जहाँ पुरूषों की है No Entry !

पुरूषों की No Entry

पुरूषों की No Entry – आपने ऐसी बहुत सी जगहों के बारे में सुना होगा जहां महिलाओं का आना-जाना बंद होता है। लेकिन आपने कभी किसी ऐसी जगह के बारे में सुना है जहां पुरुषों की ‘No Entry’ होती हो?

नहीं ना… आज हम ऐसे ही कुछ जगहों की बात करने वाले हैं जहां पुरुषों का आना-जाना पूरी तरह से बंद है। या अगर कहीं पर आना-जाना पुरुष कर भी सकते हैं तो किसी समय पर ही। अरे और हैरान होने की बात नहीं है और न ही हम केवल शब्द झाड़ने वाले हैं।

अब हम डायरेक्ट मुद्दे पर आते हैं और कुछ ऐसी जगहों के बारे में बात करते हैं जहां पुरूषों की No Entry है –

यहाँ है पुरूषों की No Entry –

1 – मणिपुर का मदर्स मार्केट

मणिपुर में एक ऐसा मार्केट है जहां पुरुषों के आने-जाने पर पाबंदी है। मणिपुर का ये बाजार इम्फाल में स्थित है। इस बाजार में भी विक्रेता जोर-जोर से आवाज देकर अपना सामान बेचते हुए नजर आते हैं। यहां भीड़ भी खूब होती है, लेकिन यहां केवल एक फर्क है। यहां आपको एक भी पुरुष नहीं दिखेगी। इस बाजार का नाम IMA Keithal है जो इम्फाल में है। यह बाजार 500 साल से भी पुराना है , जिसे मदर्स मार्केट के नाम से भी जाना जाता है। यहां केवल शादी-शुदा महिलाएं ही अपनी दुकान लगाती हैं। कई बार पुरुष इस बाजार तो तोड़ने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन महिलाएं हमेशा एक-जुट होकर मार्केट की रक्षा के लिए उतर जाती हैं। इसे एशिया की ही नहीं पूरी दुनिया की सबसे बड़ी
मार्केट माना जाता है।

पुरूषों की No Entry

2 – उमोजा गांव

यह गांव भी बाकी गांव की तरह ही है, लेकिन फर्क बस इतना है कि इस गांव में केवल महिलाएं रहती हैं। आपको इस गांव में एक भी पुरुष नहीं मिलेगी। यहां रेप विक्टिम, घरेलू हिंसा की सरवाइवर्स और घर से निकाली गई महिलाएं रहती हैं। यह गांव केन्या में है जिसकी स्थापना 1990 में 15 महिलाओं ने मिलकर की थी। ब्रिटिश सैनिकों ने इन महिलाओं का रेप कर गांव से बाहर निकाल दिया था। अब इस गांव की महिलाएं ज्वैलरी बनाती हैं और टूरिस्ट इन्हें खुशी से खरीदते हैं।

2015 में ”द गार्जेन” में एक छपी रिपोर्ट के अनुसार यहां 47 महिलाएं और 200 बच्चे रहते हैं। यहां रहने वाली लड़कियां व महिलाएं अपने आपको उन क्रूर प्रथाओं, जैसे जेनेटिल म्यूटिलेशन से बचाव में भी कामयाब हो गई हैं। यहां बाल-विवाह भी नहीं होते। मतलब की 15 महिलाओं की रेप की घटना बाकी की पीढ़ी के लिए एक तरह का वरदान साबित हुई।

पुरूषों की No Entry

3 – पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर

दुनिया के इकलौते ब्रह्मा मंदिर में पुरुषों को जाने की मनाही है। यहां शादी-शुदा पुरुषों का जाना वर्जित है। वैसे तो ब्रह्मा की पूजा नहीं की जाती लेकिन जिन पुरुषों की शादी हो गई है वे यहां ब्रह्माजी के दर्शन करने भी नहीं आ सकते।

पुरूषों की No Entry

4 – कन्याकुमारी मंदिर, तमिलनाडु

माता के शाक्ति पीठ में से एक मंदिर में कुंवारे पुरुषों के जाने की मनाही है। मान्यता है कि जब विष्णु भगवान ने देवी सती के शरीर को खंडित किया था तो उनकी रीढ़ की हड्डी इस जगह पर गिरी थी। जिसके कारण ये शक्तिपीठ माना जाता है। माना जाता है कि यहां भगवती देवी का वास है और वो संयासी हैं, इसलिए यहां कुंवारे पुरुषों के जाने की मनाही है।

पुरूषों की No Entry

5 – अट्टुकल मंदिर, केरल

केरल के इस मंदिर में पोंगल त्यौहार का सबसे बड़ा आयोजन किया जाता है। जिसमें लगभग 30 लाख से भी ज्यादा महिलाएं शामिल होती हैं। यह त्यौहार यहां 10 दिनों तक मनाया जाता है और इन 10 दिनों के दौरान पुरुषों का यहां आना वर्जित होता है। इस मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल है क्योंकि यह एक ऐसा धार्मिक स्थल है जहां इतनी ज्यादा संख्या में महिलाएं खुद इकट्ठी होती हैं।

पुरूषों की No Entry

यहाँ है पुरूषों की No Entry – इसी तरह और भी कई जगहें जहां पुरुषों के जाने की मनाही है। उन जगहों के बारे में जल्द ही मालूम कर हम आपके लिए अगले हिस्से में लाएंगे। तबतक के लिए इन मंदिरों और जगहों के बारे में याद तक अपनी जानकारी बढ़ाएं और दूसरों को भी बताएं।