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अमेरिका के इस व्यक्ति से थर थर कांप रहा है पाकिस्तान

जनरल जेम्स मैटिस

लगता है आने वाले दिन पाकिस्तान के लिए शुभ नहीं है.

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से परेशान चल रहे पाकिस्तान को उस समय बड़ा झटका लगा जब खबर आई कि रिटायर्ड मरीन जनरल जेम्स मैटिस को अमेरिका के नए रक्षा मंत्री के रूप में नामित किया है.

दरअसल, जिस शख्स को अमेरिका का नया रक्षामंत्री नामित किया गया है उसके नाम से पाकिस्तान ही नहीं बल्कि अरब देशों में भी हड़कंप मचा हुआ है.

बताया जाता है कि जनरल जेम्स मैटिस से पाकिस्तान के घबराने की वजह जायज है. क्योंकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के मुस्लिम कट्टरपंथियों और आतंकियों को लेकर मैटिस के विचार अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी अधिक खतरनाक है.

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पाकिस्तान को लगता है कि जनरल जेम्स मैटिस के अमेरिका के रक्षा मंत्री बनने के बाद उसके लिए समस्याओं का दौर शुरू हो जाएगा, क्योंकि सेना में काम करने के कारण मैटिस को रक्षा मामलों को विशेष अनुभव है.

पाकिस्तान अब पहले की तरह अमेरिका को आतंकवाद को लेकर मूर्ख नहीं बना पाएगा. खासकर अफगानिस्तान सीमा के नजदीक पाक में चलने वाले आतंकवादी केंद्रो को लेकर.

खाड़ी युद्ध और वर्ष 2003 में इराक में अमेरिकी हमले के दौरान मरीन डिवीजन की अगुवाई करने वाले जनरल जेम्स मैटिस को लेकर एक पुस्तक में खुलासा किया गया है कि वे एक बेहद खतरनाक किस्म अधिकारी रहे हैं. जनरल मैटिस ने अपने मरीन्स को इराक अभियान के दौरन कहा था कि आपके पास हर मिलने वाले को मारने की एक योजना होनी चाहिए.

जबकि अफगानिस्तान को लेकर जनरल जेम्स मैटिस का अपने सैनिकों को साफ संदेश था कि आपको उन लोगों को गोली मारने के लिए जरा भी नहीं हिचकिचाना चाहिए जो औरतों को बुर्का नहीं पहनने की वजह से उन्हें वर्षों से पीट रहे हैं. इन लोगों में मर्दानगी नहीं बची है. इसलिए उन्हें गोली मारने में काफी मजा आता है.

अमेरिकी मीडिया के मुताबिक 2005 में रक्षा समिति के समक्ष जनरल जेम्स मैटिस ने यह बात कही थी.

आतंकियों को लेकर मैटिस का कहना था कि इस दुनिया में कुछ ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें बस गोली ही मारी जानी चाहिए.

अमेरिका के 66 वर्षीय नए नामित रक्षा मंत्री जनरल मैटिस को इराक और अफगानिस्तान में युद्ध का अच्छा अनुभव है. इतना ही नहीं जनरल मैटिस दुशमनों से जिस सख्त भाषा में बात करते हैं उससे भी अमेरिका के दुश्मनों हड़कंप मचा हुआ है.

मैटिस को उनकी सख्त भाषा और रुख के कारण ही दुश्मन उनको मैड डॉग के नाम से पुकारते हैं. मैटिस जिस समय पश्चिमी इराक में अमेरिकी सैन्य कंमाडर के रूप में तैनात थे उस दौरान उन्होंने सैन्य बलों को अपने संबोधन में कहा था कि मैं अमन के लिए यहां आया हूं. मैं कोई हथियार लेकर नहीं आया. लेकिन इसके बाद मुझसे पंगा लोगे, तो तुम सब का वो हश्र करूंगा कि जीवन भर याद करोगे.

इसी से अंदाजा लग जाता है कि अमेरिका का यह नए नामित रक्षामंत्री अपने खुंखार इरादों को लेकर दुनिया भर रणनीतिकारों के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जनरल जेम्स मैटिस को अमेरिका के महान जनरलों में से एक बताते हुए उनकी तुलना दूसरे विश्व युद्ध के दौर के जनरल जॉर्ज पैटॅन से की है.