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अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा कभी पाकिस्तान क्यों नहीं गए ?

राष्ट्रपति बराक ओबामा

खबर की हैडिंग पढ़कर आपको झटका लगा होगा कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने 8 वर्ष के दो कार्यकाल में एक बार भी पाकिस्तान के दौर पर नहीं गए.

यह खबर इसलिए भी चौकाने वाली है कि क्योंकि ओबामा से पहले जो भी अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आता था वह पाकिस्तान जरूर जाता था. लेकिन अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने दोनों कार्यकाल में कभी पाकिस्तान नहीं गए.

आखिर क्या वजह थी कि ओबामा दो बार भारत तो आए, पर पड़ोसी देश पाकिस्तान का रुख उन्होंने कभी नहीं किया?

हाल के दिनों आप ने एक खबर पढ़ी होगी जिसमें पाकिस्तान के हवाले से कहा गया था कि अमेरिका ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के बारे में कहा था कि पाकिस्तान एक शानदार देश है और वे शानदार जगह के शानदार लोगों से मिलना पसंद करेंगे.

इतना ही नहीं पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया था कि ट्रंप नए साल में पाकिस्तान का दौरा करेंगे.

हम आप को बताएं हकीकत ठीक इसके उल्ट है. आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को सबक सिखाने वाले ट्रंप ने कभी ये नहीं कहा कि पाकिस्तान एक शानदार देश है और वे वहां जान पंसद करेंगे.

जबकि हकीकत ये है कि ट्रंप के मुकाबले पाकिस्तान के प्रति नरम रूख अपनाने वाले राष्ट्रपति बराक ओबामा चाह कर भी पाकिस्तान नहीं जा पाए.

इसके पीछे सबसे बड़ी वजह थी अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकी ओसामा बिन लादेन.

ओबामा जब अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे तो उन्होंने विशेष तौर पर पाकिस्तान में रह रहे आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को मारने के आदेश दिए थे. लादेन को खोजने के लिए अमेरिका ने पाकिस्तान से मदद मांगी थी. अमेरिका ही नहीं राष्ट्रपति ओबामा को भी लगता था कि पाकिस्तान उसको लादेन का पता लगाने और अमेरिका के दुश्मन नंबर एक को मारने में उनकी मदद करेगा.

लेकिन पाकिस्तान द्वारा मदद तो बहुत दूर बल्कि लादेन को अमेरिका के हाथों में पड़ने से बचाने के लिए अपने सैन्य इलाके के करीब एक गुप्त स्थान पर छिपा दिया था.  जैसे ही अमेरिका को ये खबर लगी तो उसने ओसामा को खोजकर मार दिया लेकिन पाकिस्तान और वहां के हुक्ममरानों जिन पर अमेरिका आंख मूंदकर विश्वास करता था, से भरोसा उठ गया.

ओसामा और आतंकवादियों को पनाह देने के मसले पर पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंध रातोरात बदल गए.

दरअसल, पाकिस्तान द्वारा अपनी धरती पर पनप रहे आतंकवाद, मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने के साथ ओसामा बिन लादेन की खबर न तो बहुत दूर की बात बल्कि उसको अमेरिका से बचाने के लिए अपने यहां शरण देना अमेरिका को बहुत नागवार गुजरा.

यही वजह थी कि एक समय अपने कार्यकाल में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान यात्रा पर जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन अमेरिका के नंबर एक दुश्मन आतंकी ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने और वहां पर मारे जाने के बाद ओबामा चाहकर भी कभी पाकिस्तान नहीं गए.