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पंडित नेहरु ने आज़ादी से एक साल पहले ही बना ली थी सरकार !

पंडित नेहरु

पंडित नेहरु – हमारे देश के इतिहास से जुड़ी ऐसी कई बातें है जिसके बारे में हम नहीं जानते है.

लेकिन आज हम आपको भारत की राजनीति से जुड़े एक तथ्य के बारे में बताने जा रहे है.

वैसे तो हम सभी जानते है कि हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था. और देश में पहली बनने वाली सरकार कांग्रेस की थी और पहले बनने वाले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु थे.

लेकिन क्या आप जानते है आज़ादी से एक साल पहले ही पंडित नेहरु ने अपनी सरकार बना ली थी.

दरअसल ये बात द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की है जब हमारे देश को आज़ादी मिलना लगभग तय थी. और अंग्रेज भी भारत को आजाद कराने के लिए राजी हो गए थे. लेकिन भारत को आज़ादी कैसे मिले इसके लिए 1946 में ब्रिटेन की ओर से भारत में एक केबिनेट मिशन भेजा गया. इस केबिनेट मिशन ने पूरे भारत में (पाकिस्तान भी जब भारत का हिस्सा था) अंतरिम चुनाव करवाए.

इस चुनाव में कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने हिस्सा लिया था. इस चुनाव का नतीजा कांग्रेस के पक्ष में गया और उसको टोटल 69 फीसदी सीटें हासिल हुई. कांग्रेस ने कुल 11 प्रोविंस में से 8 प्रोविंस में जीत हासिल की. कांग्रेस को मिली इस सफलता से पंडित नेहरु को वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया. बताया जाता है कि उस वक्त पंडित नेहरु के पास प्रधानमंत्री जैसी शक्तियां थी. वहीं सरदार वल्लभ भाई पटेल को सरकार में दूसरा सर्वोच्च पद हासिल था.

हालाँकि उस वक्त सरकार की पूरी शक्ति वायसराय के हाथ में ही थी क्योंकि भारत में उस वक्त शासन करने के लिए एग्जीक्यूटिव काउंसिल थी जिसमें अग्रेजी सरकार के भी कई अधिकारी उच्च पदों पर थे.

इस सरकार में कुल 15 सदस्य थे जिनमें दो ब्रिटेन के थे और बाकी भारत के शीर्ष नेता थे. हालाँकि ये सरकार सिर्फ एक साल के लगभग ही चल पाई और 15 अगस्त 1947 तक ही अस्तित्व में रही. बाद में 15 अगस्त 1947 में भारत को आज़ादी मिल गई और पहली सरकार कांग्रेस की बनी और देश के पहले स्वतंत्र प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु बने.