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नरेन्द्र मोदी के ये 9 ऐतिहासिक फैसले, जो साबित करते है कि वें सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री है

मोदी के ऐतिहासिक फैसले

‘हर हर मोदी – घर घर मोदी’

ये नारा इतना सफल हुआ कि देशवासीयों ने नरेन्द्र मोदी को स्वीकार करके प्रधानमंत्री की गद्दी पर बैठा दिया.

लोगो के इस भरोसे का मान रखते हुए पीएम मोदी भी भारत को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ देश बनाने के जद्दोजहद में जुट गए है.

लेकिन क्या आप जानते है? देश की उन्नति के लिए नरेन्द्र मोदी ने कुछ ऐसे ऐतिहासिक फैसले लिए है, जो आजतक कोई प्रधानमंत्री नहीं ले सका है.

चलिए हम आपको बताते है मोदी के ऐतिहासिक फैसले, जिससे आप को कहना ही होगा….

‘ईस्ट ओर वेस्ट – मोदी इज द बेस्ट’.

1.  देश के जवानो के साथ दीपावली मनाई

पिछली दीपावली में मोदी सियाचिन की बर्फीली चोटियों पर पहुच गए. मोदी ने देश की सीमा पर दिन-रात जागकर अपने वतन की रक्षा करने वाले जवानों के साथ दीपावली मनाई और उनका हौसला बढाया. ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई प्रधानमंत्री जवानो का सुख-दुःख साझा करने बॉर्डर तक पंहुचा है.

2.  दो प्रधानमंत्रीयों ने की एक साथ पूजा

ऐसा पहली बार हुआ है, जब दो देशों के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में  बनारस के गंगा घाट पर एक साथ जुटे हो. दोनों ने ही काशी के मशहूर दशाश्वमेध घाट पर एक साथ गंगा आरती की. आपको याद होगा.. 12 दिसंबर के दीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे काशी पहुचे थे.

3.  INS विक्रमादित्य पर प्रेस कोंफ्रेंस

कमांडर कॉन्फ्रेंस पहली बार कोच्ची से 50 किलोमीटर दूर समंदर  में INS विक्रमादित्य पर कराया गया. इससे पहले इस तरह की कोंफ्रेंस अक्सर दिल्ली में होती आई है. यह पीएम नरेन्द्र मोदी का ही सुझाव था. मोदी ने इस जहाज पर सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों की मौजूदगी में कंबाइम्ड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की.

4.  तीन अहम् दस्तखत

पीएम मोदी के ऐतिहासिक फैसले में एक और काम पहली बार हुआ. इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी देश के राष्ट्रपति ने भारत का अपना आधिकारिक दौरा दिल्ली के अलावा किसी और शहर से शुरू किया हो. लेकिन जब पिछले साल चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग भारत आए तो पहले अहमदाबाद गए. वहां पर पूरे पारंपरिक तरीके से जिनफिंग का स्वागत हुआ. उसी वक्त चीन और गुजरात सरकार के बीच तीन अहम समझौतों पर भी दस्तख्त हुए.

5.  योग दीवस पर प्रधानमंत्री का योग

पीएम मोदी के ऐतिहासिक फैसले में हम योग दिवस को कैसे भूल सकते हैं. 21 जून को पूरी दुनिया ने पहली बार विश्व योग दिवस मनाया और ऐसा पहली बार हुआ जब देश ने अपने प्रधानमंत्री को सड़क पर इस तरह योग करते हुए देखा. राजपथ पर रिकॉर्ड 37 हजार लोगों के साथ पीएम ने सभी को योग के 18 अहम आसन करके दिखाए. देश को संबोधित करते हुए पीएम ने योग की खूबियों के बारे में भी बताया.

6.  न्यूयार्क में छा गए मोदी

न्यूयॉर्क के मेडिसन स्कवायर में हजारों भारतीय जुटे. ऐसा पहली बार हुआ जब देश से बाहर किसी प्रधानमंत्री ने इतनी बड़ी तादाद में भारतीयों को संबोधित किया. पीएम के इस कार्यक्रम की अमेरिकी मीडिया में भी जमकर वाह वाही हुई. तमाम अखबारों ने पीएम के भव्य स्वागत और उनकी लोकप्रियता को बढ़-चढ़कर छापा उन्हें रॉकस्टार कहा.

7.  स्वच्छ भारत अभियान

2 अक्टूबर को जब लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाथ में झाड़ू थामे कचरे की सफाई करते देखा. किसी को यकीन नहीं आया कि देश का प्रधानमंत्री भी इस तरह सफाई करने के लिए सामने आ सकता है. सड़क साफ करने की इसी कोशिश के साथ देश में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत हो गई. पीएम मोदी के ऐतिहासिक फैसले में ये यादगार बना दिया.

8.  संसद भवन की केन्टीन में खाना खाया 

पिछले साल संसद भवन की पहली मंजिल पर बनी कैंटीन एक एतिहासिक लम्हे की गवाह बनी. ऐसा पहली बार हुआ जब खुद प्रधानमंत्री संसद की कैंटीन में खाना खाने पहुंच गए. इस वक्त उनके साथ ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और दूसरे सांसद भी मौजूद थे. पीएम ने उस दिन कैंटीन में शाकाहारी थाली ऑर्डर की. खाना खाते वक्त पीएम ने साथ बैठे सांसदों के साथ बातचीत की और ठहाके भी लगाए.

9.  रेडिओ पर मन की बात

लोकतंत्र में जनता और सरकार के बीच संवाद जरूरी है. इस जरूरत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाम दिया मन की बात. हर महीने रेडियो पर प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री लोगों के बीच अपनी बात रखने में लोगों को अपने साथ जोड़ने में कामयाब रहे. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पहली बार इस कार्यक्रम के जरिए सरकार सीधे देश के 90 फीसदी लोगों तक पहुंची.

ये मोदी के ऐतिहासिक फैसले है, जो बताते है कि वे ज़रा हटके काम करने के लिए जाने जाते है.

यही वजह भी है, जिसने सभी के दिलो पर राज करना जारी रखा है. यक़ीनन इस तरह के काम अभी तक भारत के किसी भी पूर्व प्रधानमंत्री ने नहीं किया है.

हमें प्रधानमंत्री जी से ऐसे ही और भी ऐतिहासिक फैसले की उम्मीद है.

जय हिंद!