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ये 10 लाख मुस्लिम क्यों कह रहे है मोदी तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ है!

ट्रिपल तलाक

ट्रिपल तलाक को लेकर मुस्लिमों में हलचल शुरू हो चुकी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस मुहिम में मुस्लिम न केवल अब सुर में सुर मिला रहे हैं बल्कि कह रहे हैं कि मोदी जी तुम आगे बढ़ों हम तुम्हारे साथ है.

बताते चले कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा ट्रिपल तलाक के खिलाफ चलाए गए अभियान में करीब 10 लाख से अधिक मुसलमानों ने हस्ताक्षर कर इस अभियान को अपना समर्थन दिया हैं.

हैरान करने वाली बात है कि बुर्के में रहने वाली और अपने पतियों के पीछे चलने वाली महिलाएं ट्रिपल तलाक के विरोध में मुखर होकर आगे आ रही है. अभियान को मुस्लिम महिलाओं का भारी समर्थन मिल रहा है.

दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी संख्या में मुस्लिम वोट मिलने का दावा किया जा रहा है. इसके पीछे भाजपा द्वारा उठाए गए ट्रिपल तलाक के मुद्दे को बड़ी वजह माना जा रहा है. हालांकि यह बात पूरी तरह सही नहीं है. क्योंकि ट्रिपल तलाक को अभियान का समर्थन करने वाले सभी मुसलमान उत्तर प्रदेश से नहीं है. लेकिन फिर भी इस मुद्दे पर भाजपा को मुस्लिम महिलाओं का वोट भले ही न मिला हो लेकिन समर्थन जरूर मिल रहा है.

आपको बता दें कि आरएसएस का मानना है कि ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी चर्चा होनी चाहिए. यह मुस्लिम समाज के लिए जरूरी है कि ट्रिपल तलाक को खत्म कर एक सुधारवादी कदम उठाया जाए.

हालांकि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस मुद्दे का विरोध करता रहा है. जबकि इसके समर्थन में हस्ताक्षर अभियान चलाने वाले राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय समन्वयक मोहम्मद अफजाल इसे देश और मुस्लिम समाज के हित में एक बड़ा कदम मानते हैं. मोहम्मद अफजाल का मानना है कि जब देश में बदलाव आ रहा है तो मुस्लिम महिलाएं उस बदलवास से क्यों महरूम रहे. आज जब मुस्लिम महिलाएं अपनी आजादी के प्रति जागरूक हो रही हैं तो उनको झूठें आडम्बर के नाम पर ज्यादा देर तक मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है.

संघ समर्थित इस अभियान को कांग्रेस के मुस्लिम नेता रहे मौलाना अबुल कलाम आजाद के पोते का भी समर्थन मिल रहा है. उनका कहना है कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुसलमानों के हित में सोचते हैं, लेकिन उलेमा मुस्लिम समाज को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.

ट्रिपल तलाक जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म किया जाना चाहिए.

राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के लोगों का कहना है कि अभी तो इस मुहिम की शुरूआत हुई है, आने वाले दिनों में उनकी इस मुहिम से और अधिक लोग जुड़ेंगे.

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