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टीवी देखते देखते माँ बेटे को मिला करोङपति बनने का आइडिया ।

मुनफ कपाडिया

किसी भी कामयाबी के लिए एक सोच और उस सोच पर कायम रखने की हिम्मत ही सबसे ज्यादा जरूरी होती है।

अक्सर हम कामयाबी को लेकर कुछ पैमाने बना लेते हैं। जैसे अगर गूगल , एप्पल की कंपनी में नौकरी मिल जाए तो लाइफ सेट है। आप अपने आपको कामयाब माने लगेंगे । और अगर कोई इंसान गूगल की नौकरी छोङ समोसे बेचने लगे तो आप उसे बेवकूफ ही समझेंगे । लेकिन सच तो ये  है कि असल में कामयाब वो होता है जो अपने हुनर को तरसते हुए उस रास्ते को चुनता है, जिस पर मंजिल का पता हो न हो लेकिन एक खुशी जरुर होती है।

मुबंई के मुनफ कपाडिया भी एक ऐसे ही इंसान है जिसने अपनी कामयाबी गूगल की कंपनी में नौकरी करने की बजाय समोसे बेचकर कमाई।

ये एक दिलचस्प बात है कि मुनफ कपाडिया ने अच्छी खासी नौकरी छोङ छोटा सा बोहरी खाने का बिजेनस  शुरू करने का सोचा ।

मुनफ कपाडिया

मुनफ के हिसाब से उन्हें ये आइडिया उस वक्त आया जब वो छुट्टी के दिन घर पर टीवी देख रहे थे और उनकी मां ने उनसे आकर रिमोट छीन लिया और अपना फेवरिट  टीवी शो देखने लगी। मुनफ  और माँ की रिमोट के लिए लङाई होने लगी।  मुनफ  ने अपनी मां को कोई ओर काम कर लो ! कहने  पर मुनफ की माँ ने कहा कि  उनके पास कोई काम नहीं है करने के लिए ।और अपना पंसदीदा शो देखने लगी ।  जिस पर अपनी मां को बिजी रखने के लिए मुनफ को खाने के बिजनेस का आइडिया आया।

दरअसल मुनफ कपाडिया की माँ बहुत अच्छा खाना बनाती है। और उन्हें अलग अलग तरह के फूड शोज देख कर काफी फूड डिसीज भी बनाना भी सीख लिया था। मुनफ ने सोचा उनकी माँ का हुनर बर्बाद हो रहा है।

पहले मुनफ ने अपने कुछ  दोस्तों को मेल और मैसेज कर घर पर खाना खाने के लिए बुलाया। मुनफ की माँ के हाथ का खाना खा कर मुनफ के दोस्तों ने उनकी मां की बहुत तारीफ की, जिससे मुनफ  का इरादा पक्का हो गया।

लेकिन मुनफ कपाडिया  के लिए पहली चुनौती थी घरवालों को इस बात का यकीन दिलाना की  गूगल की नौकरी छोङकर वो कुछ गलत नहीं कर रहे ।

मुनफ कपाडिया

सफर मुश्किल था लेकिन मुनफ और उनकी मां ने ये सफर शुरू किया । मुनफ ने बोहरी खाने का बिजनेस शुरु किया । बोहरी खाना दाऊदी बोहरा सुमदाय का प्रचलित  खाना है। लेकिन इसका मुबंई में मिलना काफी मुश्किल है। जिसका फायदा मिला मुनफ को । मुनफ के किचन की हेड सेफ उनकी मां को बनाया गया, क्योंकि वो बोहरी खाना बनाने में एक्सपर्ट तो थी ही साथ ही उनके हाथों में गजब का स्वाद है। जिसे खाकर मुनफ के कस्टमर मुनफ की माँ के गले तक लग जाते हैं।मुनाफ के खाने की डिसीज में  समोसे , मटन समोसा, नरगिस कबाब, डब्बा गोश्त आदि शामिल हैं।

पहले सिर्फ लंच और डिनर ही बनाया जाता था । लेकिन अब मुनफ ने अपना कैटरिंग का बिजनेस भी शुरू कर दिया है। मुंबई फिल्मों की दुनिया है। इसलिए फिल्म इंडस्ट्री में भी मुनफ कपाडिया के किचन का खाना जाता है। इसलिए अब मुनाफ के समोसे बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के बीच भी काफी पॉपुलर हैं।

मुनफ कपाडिया ने बोहरी किचन का बिजेनस अपनी माँ के साथ मिलकर 2015 में शुरू किया था और केवल 2 साल में मुनफ अपने किचन से सालाना 75 लाख से 1 करोङ तक का टर्नओवर करता हैं। हालांकि बिजी होने के बाद भी मुनफ की माँ अभी भी टीवी देखने की काफी शौकीन हैं। वो किचन में  खाना बनाते बनाते टीवी देखती है।  मुनफ के किचन 5 लोग उनकी मां की मदद करते हैं।

मुनफ को इस बेहतरीन बिजनेस के लिए वर्ल्ड की सबसे फेमस मैगजीन  फोर्ब्स के अंडर 30 में  भी जगह मिली है।