ENG | HINDI

जाने मध्य प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ कौन सी 8 राजनीतिक पार्टियां करेंगी गठबंधन

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव – चुनाव आने के साथ ही राजनैतिक पार्टियों के वार-प्रतिवार की नीति शुरू हो जाती है।

साल 2019 के प्रधानमंत्री चुनाव से पहले मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है। चुनावी बिगुल बजने के साथ ही सभी पार्टियां अलग-अलग कयास लगा रही है। तो वहीं इस चुनाव को लेकर बीजेपी सरकार का कहना है कि वह मध्यप्रदेश में एक बार सरकार बनाने वाली है। बीजेपी के राजनैतिक नुमाइंदे इस कयास पर लगातार यह दावा कर है कि वह राज्य में सरकार बनाने से पहले लोगों के दिलों में जगह बना चुके है, इसलिए उन्हें हराने का दम अन्य किसी राजनैतिक दल में नहीं है।

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले क्या कहना है देश की दो बड़ी पार्टियों का

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव

जहां एक ओर बीजेपी सरकार यह दावा कर रहा है कि वह एक बार फिर से मध्यप्रदेश की सत्ता में वापसी कर रही है। वहीं इस मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का कहना है कि वह मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। कांग्रेस के अलावा ये कई अन्य पार्टियों का सपना है कि वह बीजेपी सरकार को मध्यप्रदेश के चुनाव में करारी हार का मुख दिखाये। अपने इस इरादे को सच में बदलने के लिए रविवार को भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए आठ राजनीतिक दलों की भोपाल में बैठक की।

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव

क्या हुआ 8 राजनैतिक दलों की गठबंधन बैठक में

भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए आठ राजनीतिक दलों की बैठक भोपाल में आयोजित की गई। इस बैठक में लोकतांत्रिक जनता दल, सीपीएम, बहुजन समाज पार्टी, सीपीआई, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, राष्ट्रीय समानता दल, प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी, और समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में हराने को लेकर काफी लम्बी चर्चा चली और साथ ही गंठबंधन के विषय पर भी गहन चर्चा हुई। हालांकि अभी तक इन सभी दलों के बीच आपसी कोई गठबंधन नहीं हुआ।

इस बैठक के दौरान कांग्रेस को भी इस गठबंधन में शामिल कर महाठबंधन बनाने के मुद्दे पर गहन चर्चा की गई, लेकिन कम्यूनिस्ट पार्टी और माक्र्सवादी पार्टी अन्य सभी दलों के इस फैसले के खिलाफ नजर आई, जिसके चलते आठ दलों की इस बैठक में महागठबंधन का फैसला नहीं लिया जा सका।

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव

इस बैठक में मौजूद लोकतांत्रिक जनता दल के सलाहकार गोविंद यादव ने प्रेस से बात करते हुए खुद इस बात की पुष्टी की और बताया कि “मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए गैर बीजेपी राजनैतिक दलों के गठबंधन बनाने को लेकर आठ विभिन्न दलों की बैठक भोपाल में हुई, लेकिन बैठक में फैसला अधुरा रह गया। साथ ही कहा कि जल्द ही गठबंधन को लेकर एक बार फिर सभी दल विचार करेंगे और अपना फैसला सुनायेंगे”

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए अब इन सभी दलों की अगली बैठक 7 अक्टूबर को होगी। इस बैठक में सभी 8 राजनीतिक पार्टियां वैकल्पिक राजनीती के लिए साथ आने के मसले पर एक बार फिर से विचार करेंगी। बतां दे कि इस समय मध्यप्रदेश की विधानसभा की 230 सीटों में से 166 सीटों पर बीजेपी विराजमान है, जबकि कांग्रेस के हाथ में मात्र 57 सीटें है।