राजनीति

नरेंद्र मोदी – डोनल्ड के बीच की ये 7 समानताएं बताती हैं कि डोनल्ड ट्रंप बन सकते हैं अमेरिका के राष्ट्रपति !

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप में काफी समानताएं हैं.

इन्हीं समानताओं को देखते हुए चुनावी पंडितों को भी लगने लगा है कि ट्रंप किसी भी क्षण बाजी पलट सकते हैं.

चलिए आपको बताते है मोदी और ट्रम्प की समानताएं –

मोदी और ट्रम्प की समानताएं –

1 – भारत के बुद्धिजीवी और मीडिया का एक वर्ग नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को पंसद नहीं करता था. इसी प्रकार अमेरिका में भी ऐसे लोगों का एक बहुत बड़ा वर्ग ट्रंप को पंसद नहीं करता हैं।

2 – चुनाव प्रचार में मोदी आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर धमकियों से बात करते थे. ट्रंप भी मेादी की तरह चीन और पाकिस्तान को कूटनीति के बजाए धमकियों से बात कर रहे हैं.

3 – ट्रंप भी मोदी की तरह अपनी चुनावी रैलियों में आक्रामक तरीके से भाषण करते हैं. मोदी की तरह ट्रंप को लेकर भी चर्चा है कि अगर ये शख्स दुनिया के सबसे ताकतवर देश का मुखिया बन गया तो बोली से नहीं गोली से बात करेगा.

4 – भारत की भांति अमेरिका जनता भी आतंकवाद की बड़ी विक्टिम रही है. इसीलिए जब ट्रंप मोदी की तर्ज पर आतंकवाद का विरोध करते हैं तो वहां लोगों को अच्छा लगता है.

5 – मोदी ने मुस्लिम टोपी पहनने और गुजरात दंगों के लिए माफी मांगने से साफ मना कर दिया था. ट्रंप ने भी मुस्लिमों का अमेरिका में प्रवेश पर अस्थायी रोकने वाले अपने बयान को वापस लेने से मना कर दिया. मोदी की तरह ट्रंप ने कहा कि इससे यदि उनको चुनावों में नुकसान भी पहुंचे तो भी वह इसकी परवाह नहीं करेंगे.

6 – आतंकवादियों को एनकाउंटर में सफाए को लेकर मोदी के विरोधी उनको मौत का सौदागर कहते थे. ट्रंप ने भी इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रूख अपनाया हुआ है. ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद इसके सफाए की बात कह रहे हैं.

7 – डोनाल्ड ट्रंप को ठीक उसी प्रकार अमेरिकी जनता में युवाओं का समर्थन मिल रहा है जिस प्रकार भारत में नरेंद्र मोदी को मिला था. किसी भी देश के युवाओं में ये क्षमता होती है कि वे किसी नेता के पक्ष में माहौल बनाकर उसे चुनाव में विजयी बना सकते हैं.

8 – आतंकी संगठन जिस प्रकार भारत में घुसकर हमला कर देश को दहलाने की धमकी देते हैं उसकी प्रकार आज आईएसआईएस अमेरिका को घर में घुसकर हमले करने की धमकी दे रहा है.

इन आतंकी धमकियों ने भारतीयों की तरह प्रत्येक अमेरिकी के दिल में अपनी सुरक्षा को लेकर भय पैदा कर दिया है.

ये है मोदी और ट्रम्प की समानताएं – अमेरिकी लोगों को लगता है कि न जाने कब और कहां आईएस का हमला हो जाए. इसीलिए अमेरिकी मतदाता भी अपने लिए मोदी जैसा एक आक्रामक नेता चाहते हैं.

Vivek Tyagi

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