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आखिर क्या कारण है कि यहाँ हर शख्स मास्क पहने नजर आता है !

मियाकेजीमा इजू आइलैंड

जापान की राजधानी टोक्यो से 180 किलोमीटर दूर स्थित मियाकेजीमा इजू आइलैंड पर आपको हर व्यक्ति मास्क लगाए दिख जाएगा.

यहां लोग 24 घंटे मास्क लगाए रहते हैं.

दरअसल, इस मियाकेजीमा इजू आइलैंड पर माउंट आयामा नामक ज्वालामुखी काफी सक्रिय है, जिससे लावे के साथ-साथ बड़ी मात्रा में जहरीली गैसें निकलती हैं. जो भी व्यक्ति यहां आता है वह इस आइलैंड पर पहुंचते ही गैस मास्क लगा लेता है.

बता दें कि यहां मास्क पहनना बेहद जरूरी होता है. नहीं तो जहरीली गैस की चपेट में आने पर मृत्यु भी हो सकती है. लेकिन मौत का डर होने के बावजूद यहां बड़ी संख्या में लोग घूमने आते है. इस स्थान को एडवेंचर्स टूरिस्टों का गढ़ माना जाता है.

हालांकि, लोगों को इस शर्त और चेतावनी के साथ मंजूरी दी जाती है कि 24 घंटे मास्क लगाना होगा. आपको बता दें कि मियाकेजीमा इजू आइलैंड, छोटे बड़े कई आइलैंडस का एक समहू है. जिनमें से केवल सात आइलैंड पर लोग रहते है. जो कि इजू सेवन के नाम से जाने जाते है.

लेकिन यहां के सभी आइलैंड एक सक्रिय ज्वालामुखी के बेल्ट पर स्थित हैं. मियाकेजीमा इजू आइलैंड पर एक बेहद ही सक्रिय ज्वालामुखी माउंट आयामा है, जिसमें पिछले एक दशक में कई बार बड़े विस्फोट हो चुके हैं. पिछला बड़ा विस्फोट सन 2000 में हुआ था.

इस विस्फोट के बाद मियाकेजीमा इजू आइलैंड को खाली करा लिया गया था. क्योंकि इसमें लावा के साथ-साथ बड़ी मात्रा में जहरीली गैसें (मुख्यत सल्फर डाई ऑक्साइड )निकली थीं. आपको जानकर हैरानी होगी कि ज्वालामुखी के शांत होने के बाद भी लंबे समय तक जहरीली गैसो का निकलना जारी रहा है.

वर्ष 2005 में इनके निवासियों को वापस आइलैंड पर बसने कि इजाजत मिली लेकिन इस शर्त के साथ कि उनको 24 घंटे गैस मास्क लगाने हैं. इजाजत मिलने के बाद लगभग 2884 लोग यानी एक तिहाई लोग ही इस आइलैंड पर वापस आये.

लेकिन यहां बड़ी संख्या में लोग देश विदेश से घूमने आते हैं. जिनमें  एडवेंचरर्स टूरिस्ट अधिक होते हैं. लेकिन जैसे ही वे हवाई जहाज से  आइलैंड पर उतरते है वैसे ही डनहें गैस मास्क लगाने पड़ते है.

इसके लिए यहां के स्टोर पर डिस्पोजेबल मास्क मिलते है. टूरिज्म वर्ल्ड में ये गैस मास्क टूरिज्म के नाम से प्रसिद्ध है.

यहां आने वाले सैलानियों के लिए इस आइलैंड के मुख्य आकर्षण वो खाली पड़े मकान है जिनके मालिक कभी इस आइलैंड पर वापस नहीं आये, वो इमारते है जो कि लावे से तहस नहस हो चुकी है.

आपको बता दें गैस मास्क टूरिज्म यहाँ के निवासियों कि आय का एक मुख्य स्रोत है.