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पाकिस्तान में भगवान शिव का चमत्कारी मंदिर और ऐसा चमत्कार तो भोले बाबा भारत में भी नहीं दिखा रहे

Shiv Mandir In Pakistan

भगवान शिव का एक चमत्कारी मंदिर कटाराज पाकिस्तान में स्थित है.

कहते हैं कि इस मंदिर का महत्त्व भारत के कई शिव मंदिरों से बहुत अधिक है. मंदिर कुछ 900 साल पुराना बताया जाता है और इस मंदिर में ऐसा चमत्कार है जो कि भोले बाबा भारत में नहीं दिखा पा रहे हैं.  आपको शायद याद हो कि कुछ साल पहले पाकिस्तान ने यहाँ का पवित्र जल बीजेपी के बड़े नेता लाल कृष्ण आडवानी को भेजा था.

आइये जानते हैं पहले मंदिर का चमत्कार

कहते हैं कि जब माँ पार्वती सती हुई थीं  तो भगवान शिव की आँखों से दो आंसू टपके थे. एक आंसू जो गिरा था वह  कटास पर ही आकर टपका था और यहाँ तब एक जलकुंड बन गया था. आज यह जल सरोवर एक चमत्कारी पानी से भरा हुआ है.

इस सरोवर में दो रंग के पानी मौजूद हैं. जी हाँ एक ही सरोवर में दो रंग का पानी. जहाँ पानी कम गहरा है वहां पर हरे रंग का है और गहराई में पानी नीले रंग का है. तो अब आप खुद ही बताएं कि क्या यह किसी चमत्कार से कम नहीं है.

साथ ही साथ सबसे बड़ी बात यह है कि यह जल अमृत के समान है. कई तरह के दुःख और तकलीफ से यह जल ही राहत दिला देता है. यहाँ के लोग बताते हैं कि कई बार यह जल ही हमारे बच्चों के रोगों को दूर कर देता है.

लेकिन दुःख की बात यह है कि पाकिस्तान सरकार कटासराज मंदिर के रखरखाव पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रही है. मंदिर में सुविधाओं का बहुत अभाव है.

महाभारत में पांडव यही रुके थे

महाभारत के अनुसार यह जल सरोवर वही है जहाँ पर पांडव अपनी प्यास बुझाने के लिए एक-एक कर आये थे. इस कुण्ड पर यक्ष का अधिकार था सर्वप्रथम नकुल पानी लेने गया जब पानी पीने लगा तो यक्ष ने आवाज़ दी की इस पानी पर उसका अधिकार है पीने की चेष्टा मत करो, अगर पानी लेना है तो पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो लेकिन वह उसके प्रश्नों का उत्तर न दे सका और पानी पीने लगा था. इसी तरह से चार पांडव बेहोश हो गये थे और अंत में युधिष्ठिर ने सभी सवालों के सही जवाब देते हुए भाइयों को जीवित करवाया था.

तो अब आप ही बताये कि क्या शिव भगवान का ऐसा अनोखा, एतिहासिक और चमत्कारी मंदिर क्या भारत में है? कहते हैं कि वह लोग बड़े भाग्यशाली होते हैं जिन्हें यहाँ जाने का अवसर प्राप्त हो पाता है.