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करोड़पति बनना है या सिर्फ पति ?

करोड़पति

आपको जानकर हैरानी होगी कि अब युवाओं की मानसिकता बदल रही है.

अमीर मां-बाप की औलाद काम करना नहीं चाहती. इसका एक मुख्य कारण है उनका फाइनेशियल बैकग्राउंड का स्ट्रॉन्ग होना.

ऐसे बहुत से लड़के हैं, जो शादी करके सेटल हो जाना ज़्यादा अच्छा समझते हैं. वैसे सभी इस तरह के नहीं है.

आइए, देखते हैं कि आजकल के लड़के क्या बनना पसंद करते हैं.

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1 – कॉलेज स्टूडेंट्स

इस बात का पता लगाने के लिए हम कुछ कॉलेजों की सैर की. उनके लंच ब्रेक में हमने कुछ लड़कों से बात की.

आइए, आपको बताते हैं कि क्या थी उनकी राय.

कॉमर्स की पढ़ाई करने वाले राहुल खन्ना कहते हैं कि उनके पापा का बहुक बड़ा बिज़नेस है. ऐसे में वो उन्हें ही जॉइन करेंगे. करोड़पति बनने से अच्छा वो एख बेहतर पति बनना चाहेंगे क्योंकि वो पहले से ही करोड़पति हैं.

एक सामान्य से परिवार से ताल्लुक रखने वाले अनीश कहते हैं कि उनकी शादी अभी से खोजी जा रही है. ऐसे में उनके ऊपर ज़िम्मेदारी का बोझ बढ़ने वाला है. उनकी फैमिली बहुत अमीर नहीं है. पापा की मदद करने के लिए सबसे पहले वो कुछ बनना चाहते हैं फिर शादी करना चाहते हैं. वो कहते हैं कि वो करोड़पति बनना ज़्यादा प्रिफर करेंगे.

इंजीनियरिंग के पहले साल में दाखिला लेने वाले पुनीत कहते हैं कि उऩके जीवन में पैसा ज़्यादा मायने नहीं रखता. वो पैसों के पीछे भागकर अपनी लाइफ ख़राब नहीं करना चाहते. उन्हें एक अच्छा पति बनना है.

पंकज इस साल ग्रैज्युएट हो जाएंगे. पंकज कहते हैं कि उन्हें एक ऐसी लड़की से शादी करनी है, जो करोड़पती हो. ऐसे में वो पती भी बन जाएंगे और करोड़पती भी. वैसे पंकज का दिमाग़ बड़ा शार्प था. एक तीर से दो निशाना करना चाहते हैं.

2 – नौकरी पेशा

कॉलेज स्टूडेंट्स से बात करने के बाद हमने कुछ नौकरी पेशा लोगों से बात की.

एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले अतुल कहते हैं कि सारा दिन काम करने के बाद भी मंथली हाथ में थोड़े से पैसे आते हैं. इससे कुछ होने वाला नहीं है. काश उन्हें करोड़ों की लॉटरी लग जाए. वो कहते हैं कि मुझे एक पति बनने की बजाय करोड़पति बनना ज़्यादा अच्छा लगेगा.

सी ए फर्म में काम करने वाले दीप कहते हैं कि उन्हें करोड़पति बनकर जीवन नहीं बिताना है. वो जितना कमाते हैं, उससे ख़ुश हैं. जीवन के प्यार से जीने के लिए एक प्यारी सी पत्नी की ज़रूरत होती है. ऐसे में एक अच्छा पति बनकर मैं अपनी सभी ज़िम्मेदारियों को पूरा करना चाहता हूं.

शायद इसीलिए कहते हैं कि इस ज़िंदगी के मायने हर किसी के लिए अलग है. हर किसी की मंज़िल अलग है और राह भी.

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कैरियर