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ये 4 साल का बच्चा चलाता है बन्दूक, मिलिए ISIS के सबसे कम उम्र जेहादी से!

4 years old youngest isis jehadi

ISIS आज दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन बन चुका है.

ISIS-Jihadi

आखिर ऐसा क्या हुआ कि कुछ ही वर्षों में ये संगठन इतना फ़ैल गया और इतनी बड़ी तादाद में लोग इस संगठन से आकर जुड़ने लगे.
न सिर्फ इस्लाम को मानने वाले अपितु दुसरे धर्मों के लोग भी मुसलमान बनकर ISIS में भर्ती हो रहे है?

इस्लामिक आतंकवाद दुनिया में बहुत दशकों से है. अल कायदा, लश्कर, बोको हरम और भी ना जाने कितने इस्लामिक आतंकवादी संगठन दुनिया भर में फैले है परन्तु इतने बड़े पैमाने पर दुसरे धर्म और दुसरे देशों के लोग कभी इन संगठनों की ओर आकर्षित नहीं होते देखे गए जितने ISIS के लिए हो रहे है.

इराक, सीरिया, लीबिया या अन्य इस्लामिक देशों के लोगों का ISIS में जुड़ना फिर भी एक बार समझ आता है लेकिन इंग्लॅण्ड, अमेरिका, भारत, जर्मनी, फ्रांस जैसे देशों के पढ़े लिखे लोग भी अपना धर्म परिवर्तित करके ISIS में शामिल होना समझ से परे है.

ISIS किस हद तक लोगों का ब्रेनवाश कर देता है इसका सबसे खतरनाक उदाहरण हम आज आपको दिखाते है.

Jihadi-John

जेहादी जॉन का तो नाम शायद आपने सुना होगा. एक ब्रिटिश व्यक्ति जो सीरिया जाकर ISIS का सबसे खतरनाक लड़ाका बन गया था. लेकिन ये कहानी जेहादी जॉन की नहीं है ये कहानी है उससे भी खतरनाक जेहादी की.

इसका ISIS के लड़कों ने दिया है जूनियर जेहादी जॉन मतलब की उम्र में कम पर जॉन जितना ही खतरनाक.

ज़रा अंदाज़ा लगाइए कि इस कम उम्र जेहादी की उम्र क्या हो सकती है?

12, 14, 16 साल ? जी नहीं इस नन्हे जेहादी की उम्र है मात्र 4 साल. हाँ चार साल की उम्र में ही एक मासूम बच्चे को जेहादी बना दिया गया है.

ISIS के समर्थक और इससे सम्बंधित वेबसाइट पर आजकल जूनियर जॉन के बड़े चर्चे है. कहा जा रहा है कि इस बच्चे को AK-47 चलाने की ट्रेनिंग दी जाने लगी है. अभी ये हाल है तो सोचिये जब ये बड़ा होगा तो इसमें कितनी नफरत भर दी जाएगी और ये कितना खतरनाक बनेगा.

इस चार साल के बच्चे की माँ भी ISIS की जेहादी है और पिता भी जेहादी था जो कुछ समय पहले हवाई हमलों में मारा गया.

junior jihadi john

कुछ दिन पहले जब इस बच्चे और इसकी मान का विडियो आया जिसमे माँ इस चार साल के बच्चे को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रही थी उसके बाद दक्षिणी लंदन के एक व्यक्ति ने उस औरत और उस बच्चे की पहचान अपनी बेटी और नाती के रूप में की.

पूछने पर उस व्यक्ति ने कहा कि 2012 में उसकी बेटी अपने पति के साथ सीरिया भाग गयी थी और वहां जाकर धर्म परिवर्तित करके ISIS में शामिल हो गयी.

जूनियर जॉन की माँ ने कुछ दिन पहले ही दो ब्रिटिश नागरिकों का सर कलम किया और ऐसा करने वाली वो पहली ब्रिटिश जेहादी बन गयी है.

देखा आपने किस तरह ISIS मासूम लोगों के दिमाग के साथ खिलवाड़ करके उन्हें जिहाद के जहरीले रास्ते पर ले जा रहे है. बच्चों को जेहादी बनाकर ये आतंकी आने वाली पूरी नस्ल में नफरत के बीज बो रहे है और इस नफरत का अंजाम इंसानियत का अंत ही होगा.

अगर समय रहते ISIS को खत्म नहीं किया गया तो ISIS इस दुनिया से अमन और चैन को खत्म कर देगा.