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इस मेले में अपनी पसंद के पार्टनर को भगाने की आज़ादी होती है!

भागकर शादी

भागकर शादी – वैसे तो हमारे देश में हर उस काम को करने की आज़ादी है जिसकी इजाजत हमें कानून और संविधान देता है.

अभी हाल ही में 15 अगस्त को देश ने 70वां स्वतंत्रता दिवस मनाया है. वैसे तो पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाने का तरीका एक जैसा ही है लेकिन हिमाचल प्रदेश का लाहौल स्पीती कुछ अलग ही ढंग से आज़ादी का जश्न मनाता है.

दरअसल यहाँ पर केलौंग नाम की एक कबीलाई जगह है, जहाँ पर हर साल 15 अगस्त को एक मेला लगता है.

लेकिन इस मेले की खास बात यह है कि यहाँ पर प्यार करने वाले लड़के-लड़कियां की मौज होती है. क्योंकि यहाँ पर अपनी पसंद का पार्टनर चुनने की आज़ादी होती है, यहाँ पर मेले में आये प्रेमी जोड़े एक-दूसरे के साथ भाग जाते है और परिवार वालों को उनकी शादी मंजूर करनी पड़ती है.

बताया जाता है कि इस मेले की यह परम्परा काफ़ी समय से चली आ रही है. जिसमें कबीलाई समाज के लोग भागकर शादी करते आये है. हालाँकि नए ज़माने और पढ़ाई-लिखाई के चलते अब यहाँ के युवा समझदार हो गए है और उन्हें इस तरह से भागकर शादी करने में शर्म आने लगी है. लेकिन फिर भी 15-16 अगस्त के दरमियान यहाँ पर कई लड़के-लड़कियों के गायब होने की ख़बरें आती है.

इस भागकर शादी करने में भी थोड़ी दिक्कतें है, यहाँ के स्थानीय लोग बताते है कि जब कोई लड़का लड़की को लेकर भागते हुए पकड़ा जाता है तो मेले की भीड़ लड़के को पिटती है, और लड़की के माँ-बाप को शादी से इनकार करने की छुट मिल जाती है. क्योंकि ये लोग भागने में सफ़ल नहीं हुए है. इस परम्परा के पीछे यहाँ के लोगों का कहना है कि इस परम्परा की वजह से शादी के खर्च से बचा जाता है इसीलिए इस परम्परा को संजीदगी से निभाया जाता रहा है.

क्या आप भी इस तरह से भागकर शादी करना चाहेंगे?