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ये डॉक्टर दवाई के साथ पर्चे में लिखकर देता है ‘हनुमान चालीसा का पाठ करें’

हनुमान चालीसा का पाठ

हनुमान चालीसा का पाठ – जब इंसानों से कोई काम नहीं बनता है तो वे भगवान पर छोड़ देते है.

ऐसे ही जब कोई गंभीर रूप से बीमार होता है तो लोग दवा के साथ-साथ दुआ भी करते है. क्योंकि ये बात वैज्ञानिक भी मान चुके है कि प्रार्थना का सकारात्मक असर बीमारी पर पड़ता है. इन दिनों एक ऐसे ही डॉक्टर भी खबरों में है जो दवा के साथ-साथ दुआ में भी विश्वास रखते है. दरअसल इंटरनेट और सोशल मीडिया पर एक डॉक्टर का पर्चा खासा वायरल हो रहा है.

इस पर्चे में दवाई के साथ-साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात भी लिखी है.

हनुमान चालीसा का पाठ

दरअसल राजस्थान के भरतपुर में एक ऐसे डॉक्टर है जो पर्चे में दवाई लिखने के साथ ही हनुमान चालिसा का पाठ करने के लिए भी कहते है. 69 वर्षीय डॉक्टर दिनेश शर्मा मेडिसिन में एमडी है और हृदय रोग पर शोध भी कर चुके है. जब भी कोई मरीज़ डॉक्टर दिनेश शर्मा के पास इलाज करवाने आता है तो वे अपने मरीजों को दवाओं के अलावा हनुमान चालीसा पढने और मंदिर जाने की सलाह देते है. इन दिनों ऐसी ही डॉक्टर शर्मा द्वारा लिखे गए पर्चे का फोटो वायरल हो रहा है. जिसमे लिखा है ‘हनुमान चालीसा का पाठ करिए, प्रतिदिन मंदिर में आरती के वक्त जाइए’. इतना ही नहीं उनके पर्चे में सबसे ऊपर लिखा होता है ‘डॉक्टर सिर्फ इलाज करता है ठीक भगवान करता है और बाएँ तरफ लिखा होता है ‘मंगलवार को पूरी तरह बंद.’

आपको बता दें कि डॉक्टर शर्मा भरतपुर के जिला अस्पताल में सीनियर फिजिशियन रह चुके है.

साल 1998 में उनका रिटायर्मेंट हो चूका है, जिसके बाद से वे भरतपुर के रंजीत नगर इलाके में रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित एक अपने ही क्लिनिक में सेवायें दे रहे है. वे हफ्ते में केवल 2 ही दिन मरीजों को देखते है. उनके ज्यादातर मरीज़ ग्रामीण क्षेत्र के ही होते है.

डॉक्टर शर्मा का मानना है कि मरीजों की दिमागी संतुष्टि के लिए वे उन्हें हनुमान चालीसा का पाठ करने की सलाह देते है. उनका कहना है कि आध्यात्मिकता से सेहत जल्दी ठीक होती है. वे आगे कहते है कि कुछ मरीज़ तो केवल तनाव के कारण ही बीमार हो जाते है इसलिए मैं उन्हें मंदिर जाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की सलाह देता हूँ ताकि उनका तनाव कम हो और उनको शांति मिल सके.

आपको बता दें कि आजकल की लाइफस्टाइल के चलते लोग छोटी-छोटी वजहों से ही बीमार हो जाते है. लेकिन अगर लोग थोड़ा सा समय प्रार्थना और अध्यात्म के लिए भी निकाल ले तो उनकी कई समस्याओं का हल निकल सकता है. खैर, ये बात डॉक्टर शर्मा अच्छे से जानते है शायद इसलिए वे हर मरीज़ के पर्चे में दवा के साथ-साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने की सलाह भी देते है.