10. माता के दरबार में यदि कोई भक्त हाजरी लगाने जा रहा है तो उसको अपने दिल में छल, कपट और किसी भी तरह का पाप नहीं रखना चाहिए. माता के दरबार की मुख्य खासियत यही है कि यहाँ से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटा है.
तो इस तरह से माता का दरबार स्थापित हुआ और आज माता वैष्णों देवी मंदिर की महिमा दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. वर्तमान में यहाँ हर साल कुछ एक लाख भक्त माता के दर्शन करने आ रहे हैं.

