ENG | HINDI

यह एक मंत्र जिसे जपने से कुंडली के सभी ग्रहों की पीड़ा देखते-ही-देखते दूर हो जाती है

मंत्र जाप

वैसे तो हर नवरात्रि में मां दुर्गा के सभी नौ रुपों की खास तौर से पूजा-अर्चना की जाती है.

नवदुर्गा और दस महाविद्याओं में काली माता को सर्वोच्च स्थान दिया गया है.

माता के नौ रुपों की आराधना मात्र से कलियुग में हर इंसान अपना कल्याण कर सकता है. नौ रुपों में समाहित माता की शक्ति अनंत है यानि जिसका कोई अंत ही नहीं है. जिस तरह माता की शक्ति अनंत है उसी तरह उनके नाम भी असंख्य हैं.

माता काली का एक ऐसा दिव्य मंत्र है जो मां के नौ स्वरुपों को समर्पित है.

यह मंत्र नौ अक्षरों से मिलकर बना है. इस मंत्र जाप से कुंडली के सभी ग्रहों की पीड़ा देखते-ही-देखते दूर हो जाती है और व्यक्ति अपने जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति पा लेता है.

durga-

माता काली का दिव्य मंत्र

ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै: माता काली का यही वो खास मंत्र है, जो इंसान के जीवन में आनेवाले सभी संकटों और ग्रहों की पीड़ा को शांत करने की क्षमता रखता है.

माता के ये दिव्य मंत्र जाप खासतौर पर नवरात्रि में किया जाता है क्योंकि नवरात्रि में इस मंत्र जाप का फल कहीं ज्यादा मिलता है.

तंत्र साधना करनेवाले तांत्रिक इस मंत्र का सवा लाख, पांच लाख या फिर नौ लाख बार जाप करके इसे सिद्ध करते है. लेकिन एक आम आदमी भी इस मंत्र जाप करके अपने जीवन को सुखम बना सकता है.

kali-maa

मंत्र जाप करने का नियम

– माता के इस खास मंत्र का जाप करने के लिए सबसे पहले आप अपने घर काली माता की प्रतिमा या एक तस्वीर लेकर आएं.

– सुबह जल्दी उठकर स्नान करें फिर स्वच्छ कपड़े पहनें, अब माता काली की मूर्ति के सामने दीप प्रज्जवलित करें इसके बाद तिलक लगाकर माता के समक्ष लाल पुष्प अर्पित करें.

– माता के चरणों में पुष्प अर्पित करने के बाद उसी जगह पर आसन बिछाकर बैठें, और माता के नौ रुपों का ध्यान करते हुए उनके दिव्य मंत्र का 108 बार जाप करें.

– जब आपका जाप संपन्न हो जाए तब अपने सामर्थ्य के मुताबिक मां काली को भोग लगाएं. अगर आपके पास अधिक सामर्थ्य नहीं है तो आप मिश्री के कुछ दाने भी भोग के लिए चढ़ा सकते हैं.

jaap-

मंत्र से ग्रहों की बाधा होगी दूर

बताए गए नियम के मुताबिक माता के दिव्य मंत्र जाप लगातार करने से आपको कुछ ही दिनों में इसका सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगेगा.

इस मंत्र जाप से आप अपनी कुंडली के सभी ग्रहों की खराब दशा और भाग्य से जुड़ी हर बाधा से निजात पा सकते हैं.

navgraha-

गौरतलब है कि मां काली का रूप जितना देखने में भयावाह है उससे कहीं ज्यादा मनोरम और भक्तों के लिए आनंददायी है.

तभी तो माता अपने भक्तों द्वारा किए गए इस मंत्र जाप से अत्यंत प्रसन्न होती हैं और उनकी मनोवांछित मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं.