धर्म और भाग्य

सावन में इन मंत्रो के जाप से होता है अद्भुत लाभ ! गारंटी से बन जायेंगे काम

सावन माह खुशियों से भरा होता है.

इसमें शिवजी की आराधना की जाती है. इस माह में कुछ ऐसे मंत्र हैं जिनका जाप करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाएगी.

तो आइए आपको बताते हैं कि सावन में मंत्रो के जाप से कैसे बदल सकती है आपकी जिंदगी-

सावन में मंत्रो के जाप – 

1 – ॐ त्र्यम्‍बकं यजामहे

सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्‍धनान्

मृत्‍योर्मुक्षीय मामृतात्

महामृत्युंजय मंत्र ऋग्वेद का एक श्लोक है. शिव को मृत्युंजय के रूप में समर्पित ये महान मंत्र ऋग्वेद में पाया जाता है. शास्त्रों की मान्यता है कि महामृत्युंजय मंत्र चमत्कारी एवं शक्तिशाली मंत्र है. जीवन की अनेक समस्याओं को सुलझाने में यह सहायक है. अगर मन में श्रद्धा हो तो कठिन समस्याएं भी इससे सुलझ जाती हैं. यह ग्रहों की शांति में भी अहम भूमिका निभाता है. सावन में सुबह धूप-अगरबत्ती जलाकर कम से कम 108 बार इस मन्त्र का जाप करें. आपके सारे दुःख खत्म हो जायेंगे.

2 – ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ गुरवे नमः.

ॐ गणपतये नमः. ॐ इष्टदेवतायै नमः.

इति नत्वा यथोक्तविधिना भूतशुद्धिं प्राण प्रतिष्ठां च कुर्यात्‌.

इस मंत्र का जाप करने से आपको कभी भी कोई भय,चिंता और दुख नहीं सताएगा. सुबह उठते ही इस मंत्र का जाप करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी. सोने से पहले भी आप कम से कम 51 बार इसका जाप करें.

3 – ऊँ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि. धियो यो न: प्रचोदयात्.

इस गायत्री मंत्र के नियमित जाप से काफी फायदे होते हैं जैसे गायत्री मंत्र के उच्‍चारण से त्‍वचा में चमक आती हैं. ऐसा माना जाता है कि गायत्री मंत्र के प्रभाव से मन सभी प्रकार की बुराइयों से दूर रहता है. इसके अलावा रोज़ाना गायत्री मंत्र के जप से धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान बढ़ता है और मन सेवा कार्यों में लगता है.

सावन में यह मन्त्र व्यक्ति के कष्ट और दुखों का अंत करता है. आप दिन में कम से कम 108 बार जाप करें.

4 – ॐ कालभैरवाय नम:.’

ॐ भयहरणं च भैरव:.’

ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं.’

ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:.’

ॐ भ्रां कालभैरवाय फट्‍.’

उपरोक्त भैरव मंत्र जप आपके समस्त शत्रुओं का नाश करके उन्हें भी आपके मित्र बना देंगे. आपके द्वारा सच्चे मन से की गई भैरव आराधना और मंत्र जप से आप स्वयं को जीवन में संतुष्ट और शांति का अनुभव करेंगे.

5 – देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्‌.

रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि..

आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्ति के चमत्कारिक फल देने वाले इस मंत्र को स्वयं देवी दुर्गा ने देवताओं को दिया था.

इससे अपने शत्रुओं पर आसानी से काबू पाया जा सकता है. सावन में शिव के साथ-साथ देवी की पूजा करें, आपके सारे दुःख खत्म हो जायेंगे.

सावन में मंत्रो के जाप – तो अगर कोई व्यक्ति सावन में इन मन्त्रों का जाप करता है तो उसके जीवन से दुःख और तकलीफ खत्म होने लगती हैं.

Chandra Kant S

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