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कुदरत का अनोखा करिश्मा- व्हेल मछली के खाने के बाद भी तीन दिन बाद कैसे जिंदा रहा ये मछुआरा !

व्हेल मछली

कहते है ना जिंदगी और मौत का कोई भरोसा नहीं होता…

जिंदगी और मौत तो ऊपर वाले के हाथ में होती है. कभी कभी तो अच्छा खासा इंसान सोते सोते ही स्वर्ग सिधार जाता है तो कभी कभी कोई मरकर भी जिंदा हो जाता है.

आज आपको ऐसी ही अजब अनोखी घटना के बारे में बताएँगे जो अपने आप में एक चमत्कार ही है.

ये घटना स्पेन के एक व्यक्ति की है, जो तीन दिन तक मौत के मुंह में रहने के बाद जिंदा हो गया.

इस आदमी की पत्नी ने भी मान लिया था कि उसके पति की मौत हो गयी है और वो अपने मृत पति की लाश भी नहीं देख सकी.

घटना कुछ इस प्रकार हुई थी.

स्पेन का ये 55 वर्ष का मछुआरा हमेशा की तरह अपनी नाव में मछलियाँ पकड़ने गया था. सब कुछ ठीक था लेकिन अचानक इसकी नाव एक भीषण तूफ़ान में फंसकर डूब गयी.

man survive in whale

समुद्र में इसने बचने की बहुत कोशिश की लेकिन बचना नामुमकिन था. जैसे ही ये गहरे समुद्र में जाने लगा एक विशालकाय व्हेल मछली ने इस मछुआरे को निगल लिया.

बस यही कुदरत का चमत्कार था. समुद्र में डूबकर उस मछुआरे की मौत  निश्चित थी लेकिन व्हेल के जिंदा निगलने के बाद उसकी मौत टल गयी.

तीन दिन तक लगातार व्हेल मछली के पेट में रहकर जिन्दा रहना मुश्किल है लेकिन कहते है ना ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोय’

मछली के पेट में तीन दिन तक रहने के बाद एक दिन व्हेल की सांस के ज़रिये ये मछुआरा फिर से बाहर आ गया वो भी जिंदा.

मछुआरे ने अपनी कहानी बताते हुए कहा कि एक बार तो उसे लगा कि वो मर गया है लेकिन होश आने पर पता चला कि वो व्हेल के पेट में है और जिंदा है.

blue-whale

तीन दिन तक एक मछली के पेट में रहना बहुत ही डरा देने वाला अनोखा अनुभव था.

पेट के अंदर बहुत अँधेरा और ठण्ड थी. अपनी जान बचाने के लिए उसने व्हेल के पेट में पड़ी कच्ची मछलियाँ खायी.

रौशनी के लिए उसने अपनी बैटरी चलित डिजिटल कलाई घडी का उपयोग किया. पेट में जिंदा होने के बाद भी उसे उम्मीद नहीं थी कि वो व्हेल के पेट से जिंदा बचकर बाहर आ जायेगा.

मछुआरे की पत्नी के मुताबिक उसके पति का बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है.

सबने उसके जिंदा रहने की उम्मीद छोड़ दी थी उसके बाद उस मछुआरे का इस प्रकार व्हेल मछली के पेट में तीन दिन बिता कर लौट आना एक नए जन्म जैसा ही है.