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इतनी पसंद है चाय की अपना नाम ही रख लिया चाय

नैथन गार्नर

नैथन गार्नर – दुनिया में अजूबों की कमी नहीं है. जी नहीं हम निर्जीव अजूबे की बात नहीं कर रहे हैं.

हम तो इंसानों की बात कर रहे हैं. कुछ लोग ऐसा कर जाते हैं कि वो खबर बन जाते हैं. खबर बनते ही वो न जाने किस दुनिया के हो जाते हैं. वैसे खबर बनने के पीछे उनका योगदान होता है, वो करते ही कुछ ऐसा है की लोग उन्हें रातों रात फेमस कर देते हैं.

आज हम आपको एक ऐसे शख्स की बात बताने जा रहे हैं, जो चाय का बेहद शौक़ीन है.

जी हाँ, आप भी होंगे. लेकिन आपके और उसमें बहुत फर्क है. अपने ऐसे तमाम लोगों को देखा होगा जो दिन के कई चाय पी लेते हैं. हैरानी की बात तो ये है कि उन्हें कुछ होता भी नहीं. वो खुलकर कहते हैं की खाना मत दो, लेकिन चाय पीला दो.

कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो घर में बोर होने पर चाय बनाने लगते हैं और दूसरों को बुलाकर पिलाते हैं. कुछ ऐसे हैं जो ऑफिस के काम से बोर होते हैं तो हर ३० मिनट में चाय पीते हैं. साफ़ शब्दों में कहें तो वो चाय के अडिक्ट हो जाते हैं. ये तो ठीक है, लेकिन जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो तो कमाल ही है.

ये शख्स बहुत ही मजेदार है. अलग-अलग लोगों के शौक भी अलग-अलग होते हैं. कई लोगों को नए कपड़े पहनने का तो किसी को सीट पर बैठकर गेम खेलने का शौक होता है। कई बार ऐसा शौक लत में भी बदल जाता है. इसी तरह एक शख्स को चाय पीने की लत थी। इस लत के चक्कर में उसने कुछ ऐसा किया जिसे पढ़कर आपको भी हंसी आएगी. अमेरिका के यॉर्कशायर में रहने वाले नैथन गार्नर (31) को चाय पीना का ऐसा चस्का था कि उन्होंने अपना नाम बदलकर अपनी पसंदीदा चाय के नाम पर रख दिया. जी हाँ, सही सुना आपने इस शख्स ने अपना नाम ही चाय रख लिया.

एक खबर के अनुसार,  नैथन की पसंदीदा चाय यॉर्कशायर टी है. वह दिन में 15 बार चाय पीता है. यहां तक कि 2 कप पीने के बाद ही वह ब्रश करता है. नैथन ने बताया कि एक बार उनके दोस्त बिली ने कहा कि तुम इतनी चाय पीते हो तो अपना नाम ही क्यों नहीं बदल लेते? बस उसके बाद मैंने प्रॉसेस पूरी कर अपना नाम नैथन गार्नर से बदलकर नैथन यॉर्कशायर टी रख लिया. अब बताइये भला दोस्त के कहने पर कोई  भी कर सकता है.

कोई कहे की अपना नाम गधा रख लो, तो क्या आप रख लेगे? नहीं न. अरे कल को किसी को डोसा पसंद है, किसी को दाल-चावल, तो क्या वो अपना नाम डोसा और दाल-चावल रख लेगा. शायद नहीं, लेकिन जिसने अपना नाम चाय रखा है, वो भी इसी दुनिया का और हम में से ही एक है. तो हैरान होने की ज़रुरत नहीं है.

अमेरिका जैसे देश में लोग बहुत ही मॉडर्न होते हैं. शायद इसलिए नैथन गार्नर ने अपना नाम चाय रख लिया. कहीं भारत में ऐसा कोई करता, तो पहले उसकी फैमिली और बाद में उसके दोस्त ही उसे मारकर ये समझा देते कि फालतू की बात करने कोई ज़रुरत नहीं है.