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10 रुपये में खरीदी मौत

दो दिनों में ही इस शराब से मरने वाले लोगों की संख्या 100 हो गयी. प्रशासन और जनता सकते में थी. इतनी बड़ी तादाद में जहरीली शराब से मरने की ऐसी घटनाएं कम ही होती है.

प्रशासन हरकत में आया और छान बीन करके कुछ आरोपियों को पकड़ा गया है. अभी भी बहुत से लोग जिन्होंने ये शराब पी थी, अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे है. अधिकतर मौतें शराब पीने के 72 घंटों बाद हुयी.

इस घटना के बाद कुछ पुलिसकर्मियों को भी बर्खास्त किया गया है. ये सब तो बस लीपा पोती है. ऐसे हादसे और इस स्तर की तस्करी छोटे मोटे प्यादों और पुलिस के हवलदारों के बस की बात नहीं. ऐसी काम में तो रजा से लाकर संतरी सबको पेशगी मिलती है.

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(फोटो क्रेडिट – इको नेट)

फिलहाल तो पुलिस अधिकारी मुख्य अभियुक्त की तलाश में है जो अब भी पकड़ से बाहर है और इस मालवानी की ज़हरीली शराब के कारोबार के सरगना के बारे में पता कर रही है.

धीरे धीरे सब शांत हो जायेगा पुलिस की कार्यवाही, जनता का रोष बस गूंजती रहेंगी तो उन उजड़े हुए परिवारों की चीखें जिन्हें शराब की लत लील गयी है.

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