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आखिर क्यों माला सिन्हा को करनी पड़ी थी एक ही शख्स से तीन बार शादी

आखिर क्यों माला सिन्हा को करनी पड़ी थी एक ही शख्स से तीन बार शादी

माला सिन्हा की शादी – माला सिन्हा ने उस दौर में बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई जब नूतन, नर्गिस और मीना कुमारी जैसी टॉप की अभिनेत्रियों का बॉलीवुड पर राज था. इनके स्टारडम के बीच अपनी पहचान बनाना आसान नहीं था, लेकिन माला सिन्हा ने वो काम कर दिखाया.

माला सिन्हा ने हिंदी के साथ ही कई बांग्ला फिल्में भी की हैं. बॉलीवुड में उन्हें गुरुदत्त की फिल्म प्यासा से पहचान मिली. इसके बाद माला सिन्हा ने राजकपूर के साथ परवरिश और फिर सुबह होगी, देवानंद के साथ लव मैरिज और शम्मी कपूर के साथ फिल्म उजाला में हल्के फुल्के रोल कर अपने सिने करियर को एक नई दिशा देने में कामयाब रही.

आखिर क्यों माला सिन्हा को करनी पड़ी थी एक ही शख्स से तीन बार शादी

माला सिन्हा के फिल्मी करियर के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन कम ही लोग उनकी शादी का दिलचस्प किस्सा जानते होंगे.

बॉलीवुड में अपने पांव जमाने के बाद माला सिन्हा शादी के बंधन में बंध गई. माला सिन्हा ने अपने साथी कलाकार चिदंबर प्रसाद लोहानी के साथ 16 मार्च, 1968 को शादी की. इनकी शादी आज तक याद की जाती है. इसकी वजह माला की शादी में निभाई गई रस्में थी. माला सिन्हा की शादी सबसे पहले तो ईसाई और हिंदू सी.पी. लोहानी सिविल मैरिज कानून के अंतर्गत मैरिज रजिस्ट्रार के सामने मैरिज रजिस्टर पर हस्ताक्षर करके हस्बैंड ऐंड वाइफ बने.

माला सिन्हा की शादी – माला सिन्हा ईसाई थीं, इसी वजह से उनके पिता की इच्छा थी कि बेटी माला की शादी गिरिजाघर में कोई पादरी कराए. फिर माला सिन्हा की शादी मुंबई के एक गिरजाघर में की गई. दो बार शादी होने के बाद भी लोहानी के परिवार को संतुष्टि नहीं मिली और हिंदू होने की वजह से उन्होंने यह शर्त रखी कि जब तक बहू सात फेरे नहीं लेगी, तब तक उसका गृह प्रवेश नहीं होगा. तो उसके बाद इनकी शादी एक बार फिर हिंदू धर्म के मुताबिक रचाई गई. इस तरह से माला सिन्हा को एक ही शख्स से तीन बार शादी करनी पड़ी थी.

तो है न माला सिन्हा की शादी का तरीका दिलचस्प. आजतक शायद ही किसी और ने एक ही शख्स से तीन बार शादी की होगी, आमतौर पर लोग दो शादियां तो कर लेते हैं, मगर अलग-अलग इंसान से.