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इन्सानों की लाश से हीरे बनाती है ये कंपनी !

लाश से हीरे

दोस्तों क्या आप कभी सोच सकते हैं कि किसी लाश से हीरे – मृत व्यक्ति के शरीर से हीरा बनाया जा सकता है?

नहीं ना, ये तो बहुत हीं आश्चर्य की बात है.

लेकिन ये सच है.

इस दुनियां में एक ऐसी कंपनी है, जो लाश से हीरे बनाने का काम करती है.

जी हां दोस्तों चलिए हम आपको इस कंपनी की पूरी जानकारी विस्तृत में देते हैं.

हाल हीं में एक ऐसी तकनीक काफी चर्चित हो रही है, जिसमें लाश से हीरे बनाने की बात सामने आ रही है.

दोस्तों इस कंपनी का नाम है अलगोरदांज मतलब होता है यानी यादें. इस कंपनी का कारोबार ऑस्ट्रिया, जर्मनी और स्विट्जरलैंड तक फैला है. इस कंपनी के जरिए कोई भी व्यक्ति अपने मृत परिजनों की याद को हमेशा के लिए संजो कर अपने साथ रख सकता है.

दोस्तों अलगोरदांज नाम की ये कंपनी मृत शरीर को हीरे में बदल देती है. इस कंपनी को बनाने वाले व्यक्ति का नाम है रिनाल्डो विल्ली.

कहते हैं उस कंपनी के बनाने वाले रोनाल्डो विल्ली जब स्कूल में पढ़ते थे, उनके शिक्षक ने उन्हें सब्जियों की राख को हीरे में बदलने की तरकीब बताई थी. उसी समय से रोनाल्डो विल्ली के मन में ये ख्याल आया कि जिस तरह सब्जियों की राख से हीरा बनाना संभव है, उसी तरह मृत व्यक्ति के शरीर की राख से भी संभव हो सकता है.

अपनी इस सोच पर उन्होंने काम करना शुरू किया और उन्हें सफलता हाथ लग गई.

रिनाल्डो विल्ली ने मृत लोगों की शरीर से सिंथेटिक हीरा बनाने का काम शुरू कर दिया. और हीरे बनाते-बनाते उन्होंने अपनी एक कंपनी खोल ली.

दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि ये कंपनी साल भर में लगभग 850 मृत लोगों की राख को हीरे में बदल देती है.

शायद आप जानते ही होंगे की असली हीरे और सिंथेटिक हीरे में कुछ ज्यादा का फर्क नहीं होता. इसे आसानी से हर कोई नहीं पहचान सकता है. इससे लोगों को काफी फायदा मिल रहा है.

दूर-दूर से लोग अपने मृत परिजन की राख को लेकर आते हैं और उसे हीरे के रूप में बदलवाकर, हमेशा के लिए उन्हें अपने पास रख लेते हैं.

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