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क्या ? अब नौकरी के लिए बायोडाटा नहीं कुंडली बनानी पड़ेगी

एक अच्छी जॉब पाने के लिए आप क्या क्या नहीं करते. पहले अच्छे स्कूल में पढ़ाई, फिर किसी अच्छे कॉलेज में दाखिला, फिर बेहतरीन इंस्टिट्यूट से नौकरी की पढ़ाई और लास्ट में आप बनाते हैं एक बेस्ट और आकर्षक cv जो नौकरी देने वाले पर अच्छा इम्प्रेशन डाल सके. लेकिन अब जो खबर आई है वो पाको निराश करने वाली है. जी हाँ, अब बड़े बड़े फर्म बायोडाटा नहीं बल्कि लोगों की कुंडली देखकर उन्हें नौकरी पर रख रहे हैं. ये बिलकुल नया ट्रेंड है.

कंपनी को उंचाई पर पहुंचाने के लिए अब कंपनी के आला अधिकारी जब लोगों को नौकरी पर रखते हैं तो इंटरव्यू में उनसे ज्यादा सवाल करने की बजाय उनकी कुंडली माँगते हैं. आप हर चीज़ में पास हो भी जाएं तो आपको नौकरी नहीं मिलेगी अगर आपकी कुंडली उसके मुताबिक़ नहीं है तो.

हाल ही में एक खबर आई कि अब बड़ी बड़ी कंपनियां जॉब पर लोगों को रखते समय उनकी कुंडली मांग रही हैं. दरअसल, इस कुंडली मिलान के साथ वे ये जानना चाहती हैं कि जिस व्‍यक्‍ति को रखा जा रहा है, वह क‍ितना फायदेमंद रहेगा. गुड़गांव की कंपनियां अब ज्योतिषियों की सलाह पर भरोसा करने लगी हैं. शहर की कई कंपनियों ने अपने एचआर में ज्योतिषियों को रखना शुरू कर दिया है.ये लोग नौकरी के लिए अप्लाई करनेवालों और कंपनी की कुंडली का मिलान कर ग्रह नक्षत्रों की गणना करते हैं कि किस आदमी को नौकरी पर रखना कंपनी के लिए फायदेमंद रहेगा. एक कंपनी के मालिक ने कहा की किसी को जॉब पर रखने से पहले भी उसकी कुंडली चेक करा रहे हैं कि जिस पोस्ट पर कंपनी किसी को रखना चाहती है, वह कंपनी के भविष्य के लिए सही रहेगा या नहीं ? हस्तरेखा, ज्योतिष और वास्तुशास्त्र में पीएचडी कर रहे शास्त्री विवेक जैन ने बताया कि उनसे कई कंपनियों के एमडी और मालिक संपर्क कर रहे हैं. यह संख्या अचानक बढ़ी है.

ये कंपनियां अब hr की ही तरह इन हाउस ज्योतिषी भी रख रही हैं. वो चाहती हैं कि आने वाला कैंडिडेट कंपनी के लिए कितना फायदेमंद रहेगा. वो कंपनी को कितना ऊपर ले जाएगा और वो जिस पोस्ट पर आ रहा है उसके लिए कितना फायदेमंद रहेगा. इस तरह से वो बायोडाटा के साथ ही कैंडिडेट की कुंडली भी मेल में मंगवाते हिना उर फिर उस व्यक्ति को अपने ज्योतिषी से भी मिलवाते हैं. जब तक वो उस व्यक्ति को पास नहीं करता कंपनी उसे नौकरी पर नहीं रखती.

आमतौर पर बड़े बड़े लोग ज्योतिष पर बहुत भरोसा करते हैं. वो अपने कंपनी का एक पत्थर तक नहीं हटाते बिना इनसे पूछे. वो अपने व्यवसाय को बढाने के लिए इनके अनुसार ही चलते हैं. वो नहीं चाहते की किसी की बेकार किस्मत उनकी कम्पनी को ले डूबे और उनका आजतक का किया धरा पानी में बह जाए. ये सुनकर बड़ा ही अजीब लगने लगा है कि भला ऐसा भी अब होने लगा है. सोचिये ज़रा अगर कोई व्यक्ति पढ़ाई के हिसाब से उस कम्पनी के लायक न रहा लेकिन उसकी कुंडली में इ लिख अहै की वो कंपनी को बहुत आगे ले जाएगा तो क्या उसे वो जॉब मिल जाएगी और काबिल व्यक्ति को निराह्स होना पड़ेगा ?

इन सब बातों पर विचार करने की ज़रुरत है. आप भी ज़रा सोचिए और किसी भी कंपनी में जाने से पहले उसके अनुसार अपना बायोडाटा अरे नहीं बाबा कुंडली बनवा लीजिए.